मध्य प्रदेश :परतें खुलने लगी है राजनैतिक पटकथा की
भोपाल। प्रदेश में एक तरफ जहां कोरोना महामारी कहर बरपा रही है वहीं दूसरी ओर राज्यसभा के चुनाव 24 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव और मंत्रिमंडल विस्तार की परते धीरे-धीरे खुलने लगी है । राज्यसभा में भाजपा से सिंधिया और कांग्रेस से दिग्विजय सिंह का प्रथम वरीयता के आधार पर पहुंचना तय हो गया है जबकि तीसरी सीट के लिए भाजपा के डॉक्टर सुमेर सिंह सोलंकी और कांग्रेसी फूल सिंह बरैया मैं से कोई एक सेकंड चॉइस के माध्यम से पहुंचेगा । दरअसल प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम इतनी तेजी से बदले हैं की प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस में पल-पल समीकरण बदल रहे है । भाजपा सरकार बने 2 महीने होने को आए लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया । 24 सीटों के विधानसभा के उपचुनाव सितंबर में होने की संभावना है जिसके लिए दोनों ही दलों में चुनावी जमावट चल रही है । भाजपा में जहां अधिकांश सीटों पर प्रत्याशी तय हैं वही कांग्रेस में गंभीरता प्रत्याशी चयन किया जा रहा है इसके लिए सर्वे कराए जा रहे हैं लेकिन बावजूद भी स्थानीय नेताओं से चर्चा करने के बाद प्रत्याशी फाइनल किया जाएगा कहीं-कहीं पार्टी की निगाहें भाजपा से बगावत करने वाले नेताओं पर भी टिकी हुई है ।
यही कारण है भाजपा लगातार बैठके करके अपने नेताओं को समझा रही है और असंतुष्ट को समायोजित करने की रणनीति बनाई जा रही है । इन नेताओं को संगठन या सरकार में उपकृत किया जाएगा । भारत निर्वाचन आयोग ने जौरा विधानसभा सीट की अवधि बढ़ा दी है क्योंकि इस सीट पर 6 महीने बाद 23 जून तक चुनाव हो जाना थे महामारी के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया । इसी तरह जुलाई में आगर मालवा सीट की अवधि भी पूरी हो जाएगी जिसे भी बढ़ाया जाएगा और सभी 24 सीटों पर चुनाव सितंबर माह में होने की संभावना है । बहरहाल प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है । दोनों ही दलों ने दो दो उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं इस कारण अब तक कयास लगाए जा रहे थे की पार्टी फर्स्ट चॉइस में कौन से प्रत्याशी को रखती है । इस की परतें अब खुल गई हैं भाजपा जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को फर्स्ट चॉइस में रखेगी वही कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को तीसरी सीट का फैसला भाजपा के डॉक्टर सुमेर सिंह और कांग्रेस के फूल सिंह बरैया के बीच सेकंड चॉइस के माध्यम से होगा । सूत्रों की माने तो राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रास वोटिंग की स्थिति भी बन सकती है या इसके पहले कुछ विधायक दल बदल कर सकते हैं इस चुनाव के माध्यम से भी दोनों ही दल 24 सीटों की विधानसभा के उपचुनाव की तैयारियां कर रहे हैं और मंत्रिमंडल के विस्तार की पटकथा भी लिखी जा रही है ।
भाजपा जहां चंबल इलाके की सीटों पर दलित कार्ड खेलने के लिए कांग्रेस पर तंज कस रही है उसे फर्स्ट चॉइस फूल सिंह बरैया को देना चाहिए जिन्होंने दलितों के बीच लंबे समय तक काम किया है । जबकि कांग्रेस दिग्विजय सिंह को राज्यसभा में भेज कर और फूल सिंह बरैया भांडेर विधानसभा का उपचुनाव लड़ा कर संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है । जिस तरह से राजस्थान में विधायकों को राज्यसभा के चुनाव के पहले रिसोर्ट में ठहराया गया है और गुजरात में 8 कांग्रेसी विधायकों ने पाला बदला है उसके बाद मध्यप्रदेश में भी दोनों ही दल विधायकों को एकजुट करने के लिए सतर्क है । विधायकों को 17 मई को ही राजधानी भोपाल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं कांग्रेसी विधायकों की बैठक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर होगी वही भाजपा विधायकों की बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय में की जाएगी । भाजपा में पिछले 2 दिन से प्रदेश कार्यालय में विधानसभा वार बैठकों का दौर चल रहा है । इन बैठकों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत, फीडबैक ले रहे हैं और समझाइश दे रहे हैं । कुल मिलाकर प्रदेश के राजनीतिक वातावरण में जो धुंध छाई हुई है उसमें अब कुछ कुछ रोशनी दिखाई देने लगी है । जिसमें राज्यसभा के लिए जहां फर्स्ट चॉइस के प्रत्याशी तय हो गए वहीं मंत्रिमंडल विस्तार भी इस चुनाव के बाद हो जाएगा ।
देवदत्त दुबे (मध्य प्रदेश ब्यूरो प्रमुख )