देवी सरस्वती ने भारत रत्न लता मंगेशकर के रूप में दुनिया से विदाई ली 2022 में

Share:

जेयति भट्टाचार्य ।
कोकिल कंठी के नाम से पहचाने जाने वाली लता मंगेशकर के गले में मां सरस्वती का वास था और उनका निधन बसंत पंचमी अर्थात सरस्वती पूजा के अगले दिन 6 फरवरी 2022 रविवार की सुबह हुआ जिस दिन मां सरस्वती का विसर्जन होता है। उनकी उम्र इस समय 92 वर्ष की थी परंतु पाश्र्व गायन की दुनिया में जो खालीपन आया वह जल्द नहीं भरेगा।

रविवार सुबह उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया एवं सुबह आठ बज कर बारह मिनट पर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अतिम संस्कार होगा। उनका शव दोपहर साढ़े बारह बजे से तीन बजे तक उनके निवास स्थान पेद्दार रोड पर रहेगा। उसके बाद शाम साढ़े चार बजे से जनता के दर्शन के लिए शिवाजी पार्क में रखा जाएगा।

8 जनवरी 2022 से उनमें कोरोना के हल्के लक्षण दिखाई दिए। उनका इलाज ब्रीच कैंडी अस्पताल में हो रहा था। वह अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थीं जहां उनका इलाज डाॅ. प्रतीत सामदानी और उनकी टीम कर रही थी। उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। पिछले हफ्ते अचानक उनकी सेहत फिर से बिगड़ने लगी। उन्हें बसंत पंचमी के दिन 5 फरवरी 2022 को सुबह वेंटीलेटर पर रखा गया। इससे पहले उन्हें निमोनिया हुआ था। जिसके इलाज के पश्चात वह ठीक हो गईं। 30 जनवरी को उनका कोरोना व निमोनिया दोनों ठीक हो गया था।

नवंबर 2019 में लता मंगेशकर को सांस लेने मे तकलीफ होने के बाद इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब भी उन्हें निमोनिया हुआ था और वह 28 दिन बाद ठीक होकर घर आई थीं परंतु इस बार नियति को कुछ और ही मंजूर था। क्वीन आॅफ मेलडी, नाइटिंगेल आॅफ इंडिया कही जाने वाली लता दीदी को हम सबसे छीनकर नियति ने 2022 के प्रारंभ में ही बहुत बड़ा झटका दे दिया।


Share: