कृषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने भूमि मे फसल पैदावार की जानकारी दी

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बेनीमामधव सिंह, पलामू।

वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने कहा कि पाटन की ज्यादातर भूमि बलुई-दोमट है। यहां अन्य प्रखंडों की तुलना में सिंचाई के लिए आसानी से जल भी उपलब्ध है। अतः यहां के कृषक फल एवं सब्जियों की खेती कर अपनी आय पांच से छह गुणा बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कृषकों को सलाह दिया कि वे टीशू कलचर सागवान, थाई अमरूद, केला-जी-9 तथा सेब की खेती कर प्रति एकड़ 5 से 6 लाख रूपये का शुद्ध लाभ कमा सकते हैं। यह सब नकदी फसल है। इससे किसानों को काफी लाभ होगा। उन्होंने मिठी मकई (स्वीट काॅर्न) की खेती, गजेन्द्र ओल तथा गरमा मूंग की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा यहां के कृषकों को इसकी खेती करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इन फसलों को लगाने में कृषकों को किसी तरह की कोई समस्या आए तो वे चियांकी स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र से संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। किसान गोष्ठी के बाद सभी कृषकों को आत्मा पलामू के द्वारा कृषक के खेतों में लगे चना की फसल का भ्रमण कराया गया। साथ ही उन्हें इसकी खेती की विस्तार पूवर्क जानकारी दी गयी। 
 
प्रखंड कृषि पदाधिकारी असफाक अहमद ने जिला में कृषि विभाग की ओर से किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए इसका लाभ लेने की बातें कही। पाटन प्रखंड के एटीएम  विनय कुमार ने कृषकों की आय बढ़ाने तथा प्रखंड क्षेत्र में स्वीट काॅर्न का प्रत्यक्षण कराने की बातें कही। 

मौके पर किसान प्रखंड कृषि तकनीक पदाधिकारी  बिनय मेहता ,कृषि मित्र,  अजय सिंह  लव कुमार सिंह,,जुगल किशोर सिंह,  रामजन्म सिंह, अजय मेहता, सहित अनिरूद्ध महतो, प्रमोद सिंह, संतोष तिवारी, रामजन्म सिंह, प्रखंड कृषक सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र साहु, जैवित पाण्डेय, मुरारी पाण्डेय, अजय  पाण्डेय, अशोक पाण्डेय, बच्चु यादव, देवन्द्र प्रसाद।


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