कोरोना के बढ़ते केस प्रयागराज की जनता चिंता में, लेकिन सावधान नहीं
प्रयागराज। कोरोना के बढ़ते हुए केस प्रयागराज वासियों की चिंता बढ़ाने के लिए पर्याप्त हैं ।बृहस्पतिवार की शाम तक प्रयागराज में कोरोना के 8 नए केस सामने आए जिसके साथ ही प्रयागराज में कोरोना पॉजिटिवो की संख्या 168 के आंकड़े को छू चुकी थी वहीं शुक्रवार को भी प्रयागराज में कोरोना के 8 नए मामले सामने आए ।
जिसके साथ ही प्रयाग राज में कोरोना के कुल 176 के हो गए कोरोना से शुक्रवार को हुई एक और मौत के साथ कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 7 हो गई, फिलहाल प्रयागराजमें कोरोना संक्रमित सक्रिय केसो की संख्या 39 वहीं 130 मरीज कोरोना से जग जीत अपने घर जा चुके हैं
प्रयागराज वासियों की चिंता का कारण कोरोना संक्रमितो की संख्या बढ़ने के साथ-साथ यह भी है कि अब कोरोना के मरीज गांव क्षेत्र के साथ-साथ शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी मिलने शुरू हो गए हैं अभी तक शहर के शाहगंज,बहादुरगंज, अतरसुइया, मीरापुर ,खुल्दाबाद, करेली, शिवकुटी, लोकनाथ कालिंदीपुरम, लूकरगंज, राजरूपपुर ,अल्लाहपुर , सुलेम सराय ,टैगोर टाउन, प्रीतम नगर आदि जगहों पर कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं शायद ही अब शहर का शायद ही कोई घनी आबादी वाला क्षेत्र बचा है जिसने कोरोना पॉजिटिव ना पाया गया हो।
प्रयागराज के 7 से अधिक निजी चिकित्सालयों में कोरोना के मरीज मिल चुके हैं ।
प्रयागराज के पूर्व एसएससी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज एवं प्रयागराज स्वास्थ्य विभाग के एक एसीएमओ भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं लॉक डाउन 5 जिसे अनलॉक वन भी कहा जा रहा है इसके चलते स्कूल कॉलेज आदि को छोड़कर लगभग सभी सेवाएं शुरू हो चुकी है जिस कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना चालू हो गया है।
कहने के लिए तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनलॉक वन में अनिवार्य है परंतु यह सोशल डिस्टेंसिंग पूरे शहर में कहीं भी दिखाई नहीं देती है ।
मास्क का प्रयोग भी कुछ ही लोग सही प्रकार से कर रहे हैं अन्यथा अधिकांश जनता तो मास्क को साथ लेकर चलने का काम मात्र ही कर रही है।
कुछ लोग मास्क को नाक पर नहीं लगाते हैं कुछ लोग मास्क को मुंह के नीचे ठोडी पर लगाए रहते हैं तो कुछ लोग मास्क को हाथ में लेकर चलते हैं ऐसे में कोरोना को रोकना संभव नजर नहीं आता है।
प्रशासन के द्वारा मास्क नही लगाने वाले लोगों के चालान भी काटे जा रहे हैं परंतु चालान की रकम इतनी छोटी है कि लोग मास्क लगाने से बेहतर चालान कटवाना आसान समझ रहें हैं ।
वैसे तो प्रयागराज की स्थिति कोरोना के मामले में अभी अन्य शहरों की अपेक्षा ठीक है परंतु अगर समय रहते प्रशासन के द्वारा उचित कदम ना उठाए गए तो प्रयागराज में भी कोरोना को काबू करना आसान नहीं होगा ।
वर्तमान परिस्थिति में जनता को भी यह समझना चाहिए कि कोरोना को रोकना केवल शासन और प्रशासन का ही कार्य नहीं है आम जनता को भी इसमें पूर्ण सहयोग करना होगा अन्यथा कोरोना कब किसके घर में दस्तक देगा इसकी कोई गारंटी नहीं है और कोरोना का कोई पुख्ता इलाज भी अभी नहीं है इसलिए आम जनता को भी चाहिए कि वह कोरोना से बचाव के उपायों के साथ ही घरों के बाहर निकले अन्यथा जाने अनजाने कब कोरोना वायरस कोरोना अपने घर का मेहमान बना लेंगे जान भी न पाएंगे।
अरविंद कुमार