वाराणसी के घाट बने बच्चों के खेलने का मैदान
सुबोध त्रिपाठी।
वाराणसी के घाटों पर सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहता था। कोरोना महामारी केे चलते सेैलानी नहीं जा रहे हैैं। एक माह से दुकानें बंद हैं। वाराणसी में अस्सी घाट पर न ही अब भक्ति भजन होती हैे, न ही आरती, हवन पूजन। बीएचयू के संगीत शिक्षक व छात्र छात्राएं भी अब इस घाट पर मंच ए बनारस से संगीत का जादू नहीं बिखेर रहे हैं। ऐसे में घाट का प्रयोेग बच्चे कर रहेे हैं।
घाट के किनारे रहने वाले बच्चे और युवक घाट पर क्रिकेट खेलकर अपना समय बिताते हैं। केवल अस्सी घाट ही नहीं रीवा, गंगा महल, चेेत सिंह घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट तथा इससे लगे अन्य घाटोें पर भी यही नजारा देखने को मिलता है। वहां के लोग कहते हैं कि खाली घाटों पर बच्चे अपना समय खेल कूूद कर बिता रहे हैं।