खेलो इंडिया ने बीजेपी से जोडा युवा , यशोधरा ने सिद्ध की उपयोगिता
आलोक एम इन्दौरिया ( राजनैतिक विश्लेषण )
*30 लाख युवा डालेगा पहली बार वोट
*7 से 9% के बीच होगा वोट
*सरकार बनाने में होगा अहम रोल
भोपाल.. विगत दिनों मध्यप्रदेश में संपन्न हुए खेलो इंडिया के ऐतिहासिक और सफलतम कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश का युवा भाजपा से जुड़ा है और इस कार्यक्रम को अपनी मेहनत तथा बेहतरीन टीम वर्क की दम पर सफल बना कर खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भाजपा में अपनी उपयोगिता सिद्ध की है! इसमें शक नहीं है कि मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया का अदभुत आयोजन यशोधरा राजे और उनकी टीम ने किया और राज्य का खेल मंत्रालय प्रदेश मत्रिमंडल में अपनी शानदार परफॉर्मेंस देने में सफल रहा! खास बात यह है कि इसके माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रदेश के युवाओं को खासकर युवा वोटर को भाजपा से जोड़ने की योजना भी तेजी से परवान चढ़ी है जिसका प्रतिफल निकटवर्ती आम चुनाव में भाजपा के खाते में जाना तय है!
बताते चलें कि विगत दिनों मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया का कार्यक्रम संपन्न हो गया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मार्गदर्शन में इसकी जिम्मेदारी खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को सौंपी! खेल मंत्री ने अपनी टीम के साथ इस आयोजन की सफलता शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया ! इस आयोजन को लेकर मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठा इस कारण दांव पर लगी थी क्योंकि सारे देश के सभी राज्यों के खिलाड़ी , खेल संघ और अधिकारी इसमें आयोजित हो रहे विभिन्न 27 खेलों में प्रतिभागिता कर रहे थे यह खेलो इंडिया का पांचवा संस्करण था! इसके उद्घाटन और समापन में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा सहित कई मंत्रियों ने भी शिरकत की थी! खेल मंत्री ने यकीनन इसका आयोजन विश्व स्तरीय कर डाला इसमें शक नहीं है ! खास बात यह है कि इस खेलो इंडिया में मध्यप्रदेश के खिलाड़ी भी खेले और पूरी दम से खेलें! कमाल यह है कि कुल 96 मेडल जीतकर मध्य प्रदेश छलांग मारकर देश में तीसरे स्थान पर आ गया ! यानि शानदार मेजबानी के साथ मध्य प्रदेश खेलों के मामले में भी सीधे देश में तीसरे स्थान पर! उल्लेखनीय है कि 12 दिन चले इस आयोजन में सारे देश के 6000 से अधिक खिलाड़ी और लगभग 6000 से अधिक अधिकारी, खेल फेडरेशन के सदस्य ,सपोर्ट स्टाफ ,राज्यों और केंद्रीय खेल मंत्रालय का स्टाफ भी शामिल रहा मगर किसी भी प्रकार की कोई बड़ी अव्यवस्था और गड़बड़ी देखने में नहीं आई! इसी के चलते यह मध्य प्रदेश के अब तक के सफलतम आयोजन में गिना गया!
खेलो इंडिया के आयोजन ने मध्य प्रदेश की चुनावी राजनीति में जबरदस्त खेला कर डाला जिस ओर अभी चतुर राजनेताओं की नजर नहीं गई है ! दरअसल इस खेलो इंडिया का आयोजन भोपाल, इंदौर ,उज्जैन, ग्वालियर ,जबलपुर ,मंडला ,बालाघाट और खरगोन में किया गया! यहां अलग-अलग खेलों के नेशनल खेले गए ! मगर बड़े योजनाबद्ध तरीके से मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिले और तहसील मुख्यालयों तक इसकी मशाल मय धूम-धड़ाके से पहुंचाई गई और किशोरों ,युवाओं को इसमें बड़े करीने से जोड़ दिया गया !कहीं-कहीं तो ग्रामीण क्षेत्र में भी इस मशाल यात्रा का आयोजन किया गया और वहां के युवा ,किशोरों ने इस में दम से भाग लिया ! आलम यह हुआ कि सारे प्रदेश में खासकर युवा और किशोरों में इस खेलो इंडिया को लेकर भारी उत्साह रहा जो खेल प्रशालों में भारी भीड़ के रूप में दिखा!
खेलों से युवा वर्ग ही जुड़ा हुआ है जिसने इस आयोजन को जमके सराहा और जाहिर सी बात है कि वह भाजपा सरकार के खेल के प्रति सकारात्मक सोच से प्रभावित भी हुआ है! वैसे भी मध्यप्रदेश में यशोधरा राजे की खेल मंत्री पद पर रहते हुए खेलों का जो इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप किया गया, जिस तरह विश्व स्तरीय खेल अकादमी बनायी गयीं, खिलाड़ी अकादमी में ट्रेनिंग लेकर राष्ट्रीय टीमों में चयनित हो रहे हैं वह सारा देश देख रहा है !इसी के चलते जहां सरकारी क्षेत्र में उन्हें खेल कोटे से नौकरी मिल रही है वहीं आईपीएल जैसी क्रिकेट टीम में भी मध्यप्रदेश के लोग चयनित हो रहे हैं! यानी खेलों के माध्यम से रोजगार भी संभव हो रहा है ! और यही वह बहुत बड़ी वजह है जिसके कारण युवा वोटर भाजपा से जुड़ेगा और खेल इसका बहुत बड़ा कारण बनेगा !बताना मुनासिब होगा कि मध्यप्रदेश में 2023 के चुनावों में 18 से 21 साल के 30 लाख युवा वोटर पहली बार मतदान करेंगे और यह 30 लाख वोटर कुल वोटिंग का 7% से 9%के बीच में होगा! यदि इन नये युवा वोटरों का भाजपा के पक्ष में 5% वोट भी चला गया, जिसकी जाने की पूरी संभावना है तो भाजपा को सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सक्ता!क्योंकि पिछली बार लगभग 1% से मार्जिन से भाजपा सरकार बनाने से चूकी थी! मगर इस बार खेल और खेलो इंडिया के कारण भाजपा युवा वोटरों के मामले में जबरदस्त प्लस में है! वैसे भी भाजपा का फिक्स वोट तो है ही और इसमें यदि नया युवा वोटर मिल गया , जिसकी की पूरी पूरी संभावना है तो सरकार बनाने में भाजपा को कितनी आसानी होगी ! निश्चित रूप से इस पूरे खेल में खेलो इंडिया और मध्य प्रदेश का खेल मंत्रालय की जो पर्दे की पीछे वाली भूमिका रहेगी उसे नजर अंदाज किया जाना मुमकिन नहीं होगा।