कलियुग की अनोख़ी नवरात्री

कलियुग की यह पहली नवरात्रि होगी जिसमें पूरा भारत पूर्णरूपेण सात्विकता, पवित्रता का पालन कर रहा हैं और ना सिर्फ़ मांसाहार पूर्णत बंद है बल्कि बाहर का खाना भी बंद और पूरा परिवार एक साथ बैठकर सत्संग भजन पाठ कर रहा है ।

अपवित्रता भी ख़तम और घर के जो सदस्य आलसी थे, देर से सोने और देर तक सोते रहने में अपना ज्ञान बघारते थे, रोज़ सुबह जल्दी उठ कर नहाने में भी आनाकानी करते थे वो भी अब ना सिर्फ़ जल्दी उठ कर घर की साफ़सफ़ाई में अपना हाथ बँटा रहे हें, बल्कि बार बार हाथ पैर भी धो रहे हैं । नवरात्रि में माँ के नाम पर चंदा उगाई करने वाले और धर्म के नाम पर एश करने खाने पीने वाले भी बंद । इस वजह से जीव हिंसा भी बंद और रोटी वाली बाई की जगह घर की नारी अपने हाथों से शुद्ध भोजन बना रही हैं ।

इस बार का यह समय अद्भुत ही नही, सर्वाधिक पावन भी है और यक़ीनन यह नवरात्रि परम सिद्घ होगी क्योंकि यह सब नियम आप से खुद प्रकृति रखवा रही हैं ।
(आनंद आया की नहीं इस नवरात्री में ? अपनी ख़ुशी हम सभी से बाँटिये । कमेंट बॉक्स पर कमेंट कीजिये और दुसरो से भी शेयर कीजिये)