जागो प्रशासन, प्रयागराज की जनता कोरोना से खेल रही हैं
प्रयागराज। थाना खुलदाबाद के अंतर्गत आता हैं यह क्षेत्र चकिया मोड़ । जहाँ कुछ दिन पहले एक कोरोन पॉजिटिव मरीज पाया गया था जिसके पश्चात इस क्षेत्र को हॉट स्पॉट के नियमों के मानकों पर सील कर दिया गया था।
मगर इस हॉट स्पॉट क्षेत्र की स्थिति कुछ और ही है इस हॉट स्पॉट के बराबर की दुकानें भी आराम से खुल रही हैं और कोई रोकने टोकने वाला नहीं है जबकि नए नियमों की भी बात करें तो ढाई सौ मीटर के दायरे में तो कोई दुकान नहीं खुलनी चाहिए परंतु प्रयागराज में हॉटस्पॉट की परिभाषा बिल्कुल बदल गई है ।
प्रयागराज में हॉटस्पॉट का मतलब होता है रोड पर दोनों और पुलिस के द्वारा बैरिकेटिंग कर दी जाती है और उसके बाद वहां पर रहने वाले लोग चाहे जैसे हॉट स्पॉट के नियमों की धज्जियां उड़ाए चाहें जैसे कोरोना से खेले उससे पुलिस को कोई सरोकार नहीं है।
अब पुलिस थक गई है या जनता पक गई है यह कहना तो आसान नहीं है परंतु कुछ तो है जो आम जनता कोरोना के साथ खेल रही है और कोई उनको रोकने वाला नहीं है जबकि प्रयागराज की स्थिति भी धीरे-धीरे कोरोना के मामले में खराब होती जा रही है।
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की अन्य महानगरों की अपेक्षा प्रयागराज की स्थिति अभी अच्छी है परंतु बहुत अच्छी है यह कहना भी उचित नहीं है क्योंकि अब प्रयागराज में सिर्फ गांव देहात में ही बाहर से आए मजदूर कोरोना संक्रमित नहीं मिल रहें हैं बल्कि प्रयागराज के बीच शहर की कालोनियों से भी कोरोना पॉजिटिव मिलने शुरू हो गए हैं इनमें कई मरीज तो ऐसे हैं जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री ही नहीं है इससे कई सवाल खड़े होते हैं कि आखिर उन लोगों को कोरोना मिला कहां से ऐसी ही एक अनसुलझी गुत्थी स्वर्गीय वीरेंद्र कुमार के साथ खामोश हो गई थी यहां आपको बताते चलें कि इंजीनियर वीरेंद्र कुमार प्रयागराज के लूकरगंज क्षेत्र के रहने वाले थे और जब इनको कोरोना संक्रमित पाया गया गया तो प्रशासन इनकी ट्रैवल हिस्ट्री निकालने में असहाय नजर आया और एक दिन वीरेंद्र सिंह की मौत के साथ ही वीरेंद्र सिंह की ट्रैवल हिस्ट्री भी खामोश हो गई।
अरविंद कुमार