प्रयागराज: सात महीने का मासूम तीन बार बेचा गया, दंपति समेत चार गिरफ्तार
प्रयागराज। कीडगंज में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां पुलिस ने चार लोगों के कब्जे से एक ऐसे मासूम को मुक्त कराया है जिसे सात महीने की जिंदगी में तीन बार बेचा गया। इस दौरान सौदा करने वाले उसे आजमगढ़ से प्रयागराज तक इधर उधर लेकर फिरते रहे। फिलहाल पुलिस ने दंपति समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली कि दो महिलाएं मासूम का सौदा करने परेड ग्राउंड में आने वाली हैं। जिसकेबाद दोपहर में घेराबंदी की गई और दोनों महिलाओं के साथ ही दंपति को भी हिरासत में ले लिया गया। उनकेकब्जे से सात माह के मासूम को भी बरामद किया गया। थाने लाकर पूछताछ की गई तो पकड़ी गई महिलाओं ने अपना नाम शोभा देवी व शशिकला बताया जबकि दंपति में कीडगंज के कृष्णा नगर निवासी सुनील सोनी व उसकी पत्नी मंजू सोनी शामिल थे। बच्चे के बाबत पूछने पर पहले तो सभी इधर-उधर की बात करते रहे लेकिन सख्ती से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक, बताया कि दंपति ने 50 हजार रुपये में बच्चे का सौदा कैंट के सर्कुलर रोड निवासी शोभा देवी से किया था। शोभा से उनकी मुलाकात एक परिचित के घर आयोजित कार्यक्रम में हुई थी जहां उन्होंने उससे बच्चा खरीदने के लिए सौदा तय किया था।
उधर शोभा का कहना है कि उसे बच्चा आजमगढ़ निवासी शशिकला ने 30 हजार में दिया। पुलिस ने जब शशिकला से पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदलती रही। पहले बताया कि उसने बच्चा किसी और महिला से खरीदा था जबकि बाद में कहा कि बच्चा उसने आजमगढ़ के एक अस्पताल से चुराया था। पुलिस का कहना है कि फिलहाल पूछताछ में यही बात सामने आई है दंपति समेत पकड़े गए चारों लोग मासूम की खरीद फरोख्त में शामिल थे। उनका यह कृत्य गैरकानूनी है। ऐसे में मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हालत खराब, अस्पताल में भर्ती कराया गया मासूम: पुलिस ने बताया कि उचित देखभाल न होने के कारण बच्चे की हालत ठीक नहीं थी। ऐसा लग रहा था कि उसे ठीक से आहार भी नहीं मिल रहा था। ऐसे में चाइल्ड लाइन की मदद से उसे चिल्ड्रेन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चाइल्ड लाइन केसदस्यों का कहना है कि हालत में सुधार होने केबाद बच्चे को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) चेयरमैन के समक्ष ले जाया जाएगा। इसके बाद उसे खुल्दाबाद स्थित राजकीय शिशु गृह में आवासित कराया जाएगा।