क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों के प्रति भारत जागरूक

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जयति भट्टाचार्य
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वीडियो काॅन्फ्रेसिंग केे जरिये भाग लिया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडे़कर और केंद्रीय पेट्रोलियम परिवहन मंत्री धमेंद्र प्रधान भी मौजूद थे ।

पीएम मोदी ने कहा 21वीं सदी की भारत की प्राथमिकताओं में एथेेनाॅल का बहुत महत्व है परंतु सात आठ साल पहले भारत में एथेेनाॅल की चर्चा मुुश्किल से होती थी। पर्यावरण के साथ यह किसानों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि 2025 तक हम पेट्रोल में बीस फीसद एथेनाॅल ब्लेंडिंग का काम पूरा कर लेंगे। 2014 तक औसतन एक डेढ़ फीसद एथेनाॅल ब्लेंड किया जाता था और आज करीब 8.5 फीसद किया जा रहा है।

पीएम के अनुुसार क्लाइमेट चेंज के कारण उभरी चुनौतियों से भारत वाकिफ है औैैर जागरूकता के साथ सक्रिय रूप से इस पर कार्य कर रही है। छह सात सालों के दौरान रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में हमारी क्षमता में 250 फीसद से अधिक का इजाफा हुुआ है। इंस्टाॅल्ड रिन्यूबल एनर्जी क्षमता में भारत आज टाॅप पांच देशों में है। इसमें सौर ऊर्जा की क्षमता बीते छह सालों में 15 गुणा बढ़ी है।
कार्यक्रम के दौरन पीएम ने भारत में 2020- 2025 के दौरान इथेनाॅल सम्मिश्रण से संबंधित रोडमैप के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट जारी की। पीएम ने पुणे में तीन स्थानों पर ई 100 के वितरण स्टेश्नों की एक पायलेट परियोेजना का भी शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैैस मंत्रालय तथा पर्यावरण, वन औैर जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था।


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