हिन्दुस्तान जिंक के माइंस ऑपरेटर ऑस्ट्रेलिया निवासी रिचर्ड की मौत
– तीन दिन पहले ऑस्ट्रेलिया में सड़क दुर्घटना में बेटे की हुई थी मौत, पत्नी कोमा में
भीलवाड़ा/अजमेर, 12 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी के चलते घोषित विश्वव्यापी प्रतिबंधों के अब बुरे परिणाम सामने आने लगे हैं। 12 अप्रैल को अजमेर जिले के बिजयनगर के एक रिसोर्ट में रह रहे ऑस्ट्रेलिया निवासी चालीस वर्षीय रिचर्ड का रविवार सुबह निधन हो गया। चूंकि इन दिनों कोरोना से दहशत का माहौल है, इसलिए अजमेर और भीलवाड़ा प्रशासन ने रिचर्ड की मौत से खलबली मच गई।
रिचर्ड वेदांता समूह से जुड़े हिन्दुस्तान जिंक की रामपुरा अगूंचा (भीलवाड़ा) माइंस में ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था। वेदांता समूह ने इस माइंस से खानिज निकालने का काम विदेशी कंपनी मैसर्स बर्घिन को दे रखा है। मृतक रिचर्ड इसी कंपनी के लिए काम करता था। भीलवाड़ा के जिला कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट ने हिन्दुस्तान जिंक की रामपुरा अगूंचा (भीलवाड़ा) माइंस से इस संबंध में तथ्यातमक जानकारी मांगी है, इसके अलावा कितने विदेशी यहां अभी तक ठहरे हैं उसकी जानकारी भी मांगी है।
हिन्दुस्तान जिंक के जनसम्पर्क अधिकारी मुकेश मूंदड़ा ने बताया कि तीन दिन पहले ऑस्ट्रेलिया में रिचर्ड के पुत्र की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। दुर्घटना के समय पत्नी कार चला रही थी। अब पत्नी भी कोमा में है। ऐसे में रिचर्ड को ऑस्ट्रेलिया जाना जरूरी था। लेकिन विदेशी उड़ानों और प्रतिबंध होने के कारण रिचर्ड ऑस्ट्रेलिया नहीं जा पा रहा था। शायद इसी सदमे की वजह से 12 अप्रैल को रिचर्ड की मृत्यु हो गई। मृतक रिचर्ड गत सात माह से अपने देश नहीं जा सके। रिचर्ड का वजन 150 किलो बताया जा रहा है। 11 अप्रैल को उन्हें ब्लडप्रेशर की शिकायत भी की थी।
आवश्यक जांच जरूरीमसूदा के उपखंड अधिकारी मोहन लाल ने बताया कि मृतक रिचर्ड के शव की जरूरी जांचें करवाई जा रही हैं। कोरोना वायरस के मद्देनजर भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि बिजयनगर के जिस होटल में रिचर्ड अपने साथी कार्मिकों के साथ रह रहा था, उसे प्रशासन में क्वारेंटाइन के लिए अधिग्रहित नहीं किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन ने कुशवाह रिसोर्ट के दूसरे हिस्से का अधिग्रहण कर रखा है। वैभव वाटिका में किसी भी व्यक्ति को क्वारेंटाइन नहीं किया गया है।
वैभव वाटिका के मालिक सहदेव कुशवाह ने बताया कि उनके इस होटल में हिन्दुस्तान जिंक में काम करने वाले विदेशी नागरिक लम्बे समय से रहते आ रहे हैं। जब भी कोई विदेशी व्यक्ति होटल में आता है तो उसकी विधिवत सूचना पुलिस को दी जाती है। उनके होटल में सरकार के सभी नियमों का पालन होता है।