इडी की सामना करने के बाद हेमन्त सोरेन का व्यवहार ऐसा मानो कोई आजादी की लड़ाई लड़़कर आये हैं : दीपक प्रकाश

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डॉ अजय ओझा।

भ्रष्टाचार के काले कारनामों का इतिहास रचने वाली सरकार का नाम है हेमन्त सरकार।

रांची, 20 नवंबर । राज्य के संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को संवैधानिक संस्थाओं का और न्यायालय का सम्मान करना चाहिए। जब इडी ने उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया तो झामुमो और कांग्रेस वालो ने ऐसी राजनीतिक नॉटंक और बयान बाजी करने की जैसे वे कोई भ्रस्टाचार के खिलाफ आंदोलन करके आये हो, आजादी की लड़ाई लड़कर आये हो
या जैसे कोई जनता को राहत पहुंचाने वाला कार्य करके आये हो। ये बातें आज भाजपा झारखंड प्रदेश कार्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कही। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री को यह याद रखना चाहिये की वे भ्रस्टाचार में लिफ़्त हैं,इसलिए इडी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है।

श्री प्रकाश ने कहा कि एक सर्वेक्षण में यह सामने आया है कि पूरे भारत मे झारखंड हत्या के मामले में प्रथम स्थान पर है और विकास के मामले में शून्य पर। आज़ादी के बाद पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री को समन भेजा गया है और इससे पूरे राज्य का मस्तिष्क शर्म से नीचे झुक गया है। उन्होंने कहा कि जब इडी ने मुख्यमंत्री से पूछताछ की तो उन्हें कुछ याद नहीं आ रहा है। उन्हें ये भी याद नहीं है कि पंकज मिश्रा, अमित अग्रवाल, पूजा सिंघल, डाहु यादव कौन हैं।

राज्य में राजनीतिक और वित्तीय अराजकता व्याप्त है

पिछले 34 महीने से राज्य की हेमन्त सोरेन की सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है, संसाधनों की लूट मची हुई है। यह सरकार काले कारनामें रचने में इतिहास बना रही है। आज पूरे राज्य में राजनीतिक और वितीय अराजकता व्याप्त है। श्री प्रकाश ने कहा कि जब से राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार बनी है तब से लेकर आज तक राज्य में लगातार अवैध खनन,टेंडर मैनेज करना जैसी कार्य सरकार के संरक्षण में चल रही है।आज राज्य के किसी भी सरकारी विभाग में हाथ डालने से काजल ही काजल मिलता है।राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पूरी तरह से भ्रस्टाचार में लिप्त है सरकार को सत्ता के दलाल और विचौलिये चला रहे है। वे लोग कौन है? उनको कौन संरक्षण दे रहा है। आज यह जानने की जरूरत है।

राज्य की जनता भ्रष्ट हेमन्त सरकार से निजात पाना चाहती है

श्री प्रकाश ने भाजपा द्वारा 7 नवम्बर से लेकर 14 नवम्बर तक हेमन्त हटाओ ,झारखण्ड बचाओ की सफलता पर बोलते हुए कहा कि जिस प्रकार से राज्य की जनता का समर्थन और सहभागिता भाजपा के कार्यक्रम में देखने को मिला वह इस बात का द्योतक है कि राज्य की जनता भ्रस्ट हेमंत सरकार से आजिज आ चुकी है और निजात पाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य के सभी 263 प्रखंडो में जनाक्रोश प्रदर्शन की जिसमे राज्य भर से 2,34,850 लोगों ने भाग लिया।भाजपा के जिला,प्रखंड,पंचायत एवम बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर लगातार भ्रस्ट हेमन्त सरकार के खिलाफ आंदोलन किया। जिसके चलते उन्हें सरकार की यातनाएं और झूठे मुकदमे का सामना करना भी पड़ा।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में मिले अनाज का कालाबाजारी हुई

श्री प्रकाश ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत भेजी जा रही अनाजों का राज्य सरकार के संरक्षण में कालाबाजारी हो रही है। गरीबों के निवाले छीने जा रहे हैं। गरीबों को 12 प्रतिशत अनाज मिलता है और 88 प्रतिशत अनाज की कालाबाजारी हो जाती है।

उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना का नाम बदल कर मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना कर दिया गया है। राज्य सरकार का जो हिस्सा अस्पताल को देना होता है उसे राज्य सरकार अस्पतालों को नही दे रही है जिसके कारण गरीबों का इलाज नही हो पा रहा है। उन्होंने रिम्स की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा ने 400 करोड़ रुपया खर्च करके आरएमसीएच को एम्स के तर्ज पर मॉडल हॉस्पिटल बनाया ताकि राज्य की गरीब जनता को स्वास्थ्य सेवा मुहैय्या हो सके। लेकिन वर्तमान सरकार ने आज उसकी हालत बद से बदतर बना दी है। रोगियों को कोई सुविधा नही मिल रहा है। श्री प्रकाश ने राज्य में कानून व्यवस्था, चरमराई बिजली की स्थिति पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि संथाल परगना और कोल्हान के लोगों को 2 से 3 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। अस्पताल में टॉर्च के सहारे आपरेशन किया जा रहा है। इससे ज्यादा राज्य का दुर्भाग्य और क्या हो सकता है।

नगर निकाय चुनाव में राज्य सरकार पिछड़ा वर्ग को आरक्षण से वंचित कर रही है

श्री प्रकाश ने नगर निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण ल लाभ नही देने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि राज्य सरकार एक तरफ तो एसटी,एसी और पिछड़ा वर्ग का मसीहा बनती है तो वही दूसरी तरफ नगर निकाय के चुनाव में पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत का आरक्षण से वंचित कर रही है। एसटी और एसी को आपस में लड़ाने का काम कर रही है। सरकार समाज को बांटों और राज करो की नीति और काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने सन 2000 ई में गरीब छात्राओं की स्कूल से ड्राप आउट को रोकने के उद्देश्य से साइकिल वितरण की योजना बनाई थी उसे वर्तमान सरकार ने बन्द कर दी है। गरीब आदिवासी और दलित छात्रों को छात्रवृति दी जाती थी लेकिन राज्य सरकार की लापरवाही के कारण आज वो भी नही मिल रहा है।

श्री प्रकाश ने राज्य सरकार को अस्थिर करने के सवाल पर जबाब देते हुए कहा कि भाजपा संविधान के आधार पर चलने तथा लोकतंत्र पर विश्वास करने वाली वाली पार्टी है। भाजपा कभी भी राज्य सरकार को अस्थिर करने की मंशा नही रखती है। आज राज्य की हेमन्त सोरेन की सरकार जिसके गोद में बैठे है जरा उस कांग्रेस की इतिहास को जान ले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से देश मे 91 बार राष्ट्रपति शासन लगाया। राम मंदिर आंदोलन में भाजपा की जनता के द्वारा चुनी हुई चार राज्यों की सरकार को हटाने का काम किया अतः हेमन्त सोरेन कांग्रेस के गोद मे बैठकर यह आरोप भाजपा पर न लगाएं। हेमन्त सोरेन भूल जाते है कि उनके पिता शिबु सोरेन को जेल भेजने का काम कांग्रेस की ही सरकार ने की थी।

प्रेसवार्ता में मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह भी उपस्थित थे।

प्रदेश भाजपा का जिला मुख्यालयों में आक्रोश प्रदर्शन 21से 25 नवंबर तक ।

21 नवंबर को रांची के प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे प्र।देश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश।

नेता विधायक दल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी 22 को चाईबासा, 24 को गिरिडीह एवं 25को दुमका जिला के आक्रोश प्रदर्शन में शामिल होंगे।

22 नवंबर को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा गुमला में, 23 नवंबर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास धनबाद में, 24नवंबर को केंद्रीय मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी पलामू जिला में प्रदर्शन में शामिल होंगी।

21 नवम्बर को रांची जिला उपायुक्त कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश, साहेबगंज में सुनील सोरेन एवम अमित मंडल, 22 नवम्बर को सिमडेगा में कोचे मुण्डा, सुबोध सिंह गुड्डू,कोडरमा में पी. एन. सिंह एवम प्रणव वर्मा, खुंटी में संजय सेठ और मुनेश्वर साहू, प. सिंहभूम में बाबूलाल मराण्डी एवं किसलय तिवारी,सरायकेला-खरसावां में दिनेश उराँव एवम अमरदीप यादव, गुमला में अर्जुन मुण्डा एवं प्रदीप वर्मा, 23 नवम्बर को हजारीबाग में सी.पी. सिंह और पवन साहू, देवघर में सुनील कुमार सिंह, जामताडा में अनन्त ओझा एवं अपर्णा सेन गुप्ता, बोकारो में रवीन्द्र कुमार राय एवं मनोज सिंह,गढ़वा में डॉ. दिनेशानन्द गोस्वामी एवं श्याम नारायण दुबे, लोहरदगा समीर उरांव एवं अभयकांत प्रसाद, धनबाद जिला में रघुवर दास एवं जेपी पटेल, रामगढ़ विद्युतवरण महतो एवं नीलकंठ सिंह मुंडा, 24 नवम्बर को पूर्वी सिंहभूम जिला में जयन्त सिन्हा एवम नवीन जायसवाल, पलामू में अन्नपूर्णा देवी एवं शिवशंकर उराँव, लातेहार में सुदर्शन भगत एवं आदित्य साहू,गिरिडीह में बाबूलाल मराण्डी , चतरा में बी.डी. राम एवं बालमुकुंद सहाय गोड्डा में बिरंची नारायण एवं मिस्त्री सोरेन, पाकुड़ में यदुनाथ पांडेय तथा अमर कुमार बाउरी तथा 25 नवम्बर को दुमका जिला में बाबूलाल मरांडी एवं गंगोत्री कुजूर जी उपस्थित रहेंगे।


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