गायत्री शक्तिपीठ अमेठी में सम्पन्न हुई सांस्कृतिक उन्नयन संगोष्ठी

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ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह।

सुख और समृद्धि का आधार प्राकृतिक समन्वय- डॉ० सुधाकर सिंह।

अमेठी। गायत्री परिवार अमेठी ने नए वर्ष की शुरुआत अमेठी के युवाओं को राष्ट्र के नव निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के संकल्प के साथ की। युवा दम्पत्ति सुसंस्कृत परिवार के आधार विषय पर सांस्कृतिक उन्नयन संगोष्ठी का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ अमेठी में सम्पन्न हुआ। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में युवा दम्पतियों ने प्रतिभाग किया।

युवा ही हमारे देश की भावी पीढ़ी हैं इन्हीं युवाओं पर देश और राष्ट्र का आगामी भविष्य निर्भर है। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सुधाकर सिंह ने कहा कि आज हम सभी अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, प्रकृति के साथ भी हम संयोजन नहीं कर पा रहे हैं जो भावी पीढ़ी के लिए बड़े खतरे का संकेत है।

डॉ सुधाकर सिंह ने आगामी पीढ़ी को संजोने और वर्तमान पीढ़ी को सजग करने वाला आगामी वर्ष 2080 में पुत्र द्वारा लिखा गया पिता के नाम पत्र की बाते सबके सम्मुख रखी इन्होंने इस पत्र के माध्यम से बताया कि अगर हम सब इसी तर्ज पर चलते रहे तो आगामी पीढ़ियां हमसे सवाल पूछेगी कि हमने प्रकृति का दोहन क्यों किया । मुख्य अतिथि ने कहा कि आज हमारे पास समय है हम सब किसी मौके पर एक वृक्ष लगाए , सुबह उठे ,व्यायाम करें,परिवार के साथ बैठें ,एकाकी न रहें। विशिष्ट अतिथि राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि भगवान ने हमको मानव बनाया है तो हम मानवता अपनाएं। अपने खान- पान,रहन -सहन को व्यवस्थित करें। विशिष्ट अतिथि पवित्र जी ने कहा कि आज वृद्धाश्रम बढ़ते जा रहे हैं । इन्होंने कहा कि हम बच्चों को संस्कारवान बनाएंगे तो वृद्धाश्रम नहीं होगा । संस्कारों की कमी ही तमाम विसंगतियों को जन्म दे रही है। संगोष्ठी के संचालक युवा प्रभारी डॉ प्रवीण सिंह ‘दीपक’ ने कहा कि हमे अपने संस्कारों की ओर लौटना होगा। इन्होंने कहा कि हम सब मन भरकर जिए, मन मे भरकर न जिए। संचालक डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि अगर हमने आज समय का सदुपयोग नहीं किया तो आगे स्थिति भयावह होगी, इन्होंने कहा कि आंग्ल नववर्ष के शुरुआती समय मे ही हम सब ओजस्विता, तेजस्विता के साथ युगपरिवर्तन की दिशा में बढ़ रहे हैं ये अमेठी का सौभाग्य है । गायत्री शक्तिपीठ अमेठी के व्यवस्थापक डॉ त्रिवेणी सिंह ने शक्तिपीठ पर होने वाले विविध आयोजनों व शक्तिपीठ पर होने वाली नित्य गतिविधियों,संस्कारों से युवाओं को अवगत कराया। संगोष्ठी में शक्तिपीठ के परिव्राजक की संगीत पर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। विशिष्ट अतिथि राकेश प्रताप सिंह ने युवाओं को उत्कृष्ट कार्यों का संकल्प दिलाया। विशिष्ट अतिथि पवित्र जी ने संस्कारवान पीढ़ी के निर्माण के लिए परम् पूज्य गुरुदेव की योजना आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी से जुड़ने का आग्रह करते हुए, गर्भ धारण से ही संस्कारों की महत्ता पर प्रकाश डाला।

संगोष्ठी में डॉ धर्मेन्द्र तिवारी ने आये हुए अतिथियों व युवाओं सहित ऐसे उत्कृष्ट आयोजन पर गायत्री शक्तिपीठ अमेठी के कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर युवा दम्पति विवेक भालोटिया, अरुण चतुर्वेदी, गुरु दयाल सिंह, संजय सिंह एडवोकेट, कपिल सिंह, गोपी कृष्ण, प्रदीप तिवारी, अरुणेश प्रताप सिंह, सुधा सिंह, रूबी सिंह, अनूप शुक्ला, डॉ० धनंजय सिंह, दयानंद सिंह के साथ सैकड़ो युवा मौजूद रहे।


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