किसान विधेयक के विरोध में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सकिपा का हल्लाबोल
मनोज करवरिया।
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान अध्यादेश विधेयक की वापसी की मांग को लेकर समर्थ किसान पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय मंझनपुर में किसान विधेयक वापस लो..वापस लो..के नारे के साथ हल्ला बोल किया। पार्टी नेता अजय सोनी की अगुवाई में पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला पंचायत परिसर मंझनपुर में किसान विधेयक के मुद्दे पर सभा की। सभा को संबोधित करते हुए अजय सोनी ने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों को भारी आर्थिक लाभ पहुंचाने एवं किसानों को आर्थिक नुकसान होने के लिए ऐसा किसान विरोधी विधेयक लाई है। आगे कहा कि आज जब देश के लाखों किसान सड़क पर उतरकर तीनों विधेयकों का विरोध कर रहे हैं तो केंद्र सरकार किसानों से वार्ता करना चाहती है। आगे कहा कि बजाय वार्ता करने के केंद्र सरकार तीनों किसान विधेयकों को तत्काल रद्द करे।
इसी के साथ जुलूस की शक्ल में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट के घेराव के लिए कूच किया। जैसे ही कार्यकर्ता चौराहे तक पहुंचे, भारी संख्या में पुलिस के अधिकारी कार्यकर्ताओं को रोकने लगे। पुलिस के जवानों के रोके जाने से नाराज़ होकर अजय सोनी तमाम कार्यकर्ताओं के साथ बीच सड़क पर धरना देकर बैठ गए जिसके चलते कुछ देर के लिए चारों और जाम लग गया और लोगो का आवागमन बाधित हो गया।
इस बीच मंझनपुर कोतवाल से अजय सोनी की हल्की धक्का मुक्की भी हुई जिसके चलते सकीपा कार्यकर्ता उत्तेजित हो गए और बीच चौराहे पर पुलिस से भिड़ गए। काफी देर तक मंझनपुर चौराहे पर अफरातफरी मची रही। बाद में कोतवाल के काफी देर तक मनाने पर अजय सोनी और तमाम कार्यकर्ता शांत हुए। साथ ही मौके पर ही ज्ञापन देने को राजी हुए।
मौके पर मौजूद तहसीलदार मंझनपुर रामजी ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन लिया। सौंपे गए ज्ञापन में तत्काल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान अध्यादेश विधेयक वापस लिया जाए, कौशांबी की सभी नहरों में पानी छोड़ा जाए, कौशांबी में सिंचाई बन्धु की बैठक कराई जाए, आवारा पशुओं से किसानों की फसलों के बचाव का समुचित प्रबन्ध किया जाए एवं किसानों के नुकसान का लेखपाल से सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए, उदहिन बुजुर्ग, अनेठा आदि सभी स्थानों में निर्माणधीन गौशालाओं को तत्काल चालू कराए जाने की मांग शामिल थीं। ज्ञापन स्वीकार करते हुए तहसीलदार ने तत्काल ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजने एवं किसानों की जनपदीय समस्यायों को प्रमुखता से जल्द हल कराए जाने की बात कही।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष प्रेम चन्द्र केसरवानी, वेद प्रकाश यादव, फूलचंद्र लोधी, भैरव प्रसाद, पृथ्वी लाल लोधी, भानु प्रताप सिंह पटेल, चन्दन पटेल, पुट्टी लाल सोनी, जुम्मन अली, नईम अहमद, राम आसरे सरोज, जयराम गौतम समेत कई लोग मौजूद रहे।