दुर्ग के निगम कार्यालय भवन में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया
दुर्ग 11 जून। आगामी बारिश के दौरान नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र में शहर वासियों को सुरक्षा और राहत प्रदान करने निगम कार्यालय भवन में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। निगम द्वारा स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0788-2322148 है। आयुक्त इंद्रजीत बर्मन ने आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुये अतिवृष्टि एवं बाढ़ आपदा से निपटने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये है। उन्होनें बाढ़ नियंत्रण कक्ष के माध्यम से संपूर्ण कार्यो की माॅनिटरिंग और व्यवस्था एवं कार्य सम्पादन के लिए कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी को नोडल एवं कार्यपालन अभियंता राजेश पाण्डेय और सह० अभियंता जितेन्द्र समैया और सहा० अभियंता जगदीश केशरवावनी को सहा० नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उन्होनेें अधिकारियों की बैठक लेकर कहा सभी वार्ड इंजीनियर अपने-अपने वार्डो में बारिश प्रारंभ होने के पूर्व कच्ची और पक्की नालियों से निर्माण सामग्री और मलमा हटवा लेवें। नालियों में पानी का बहाव ना रुके पानी का फ्लो निरंतर बनी रहे इसका ध्यान रखे। वार्डाे में डुबान क्षेत्र और जलभराव वाले निचली बस्तियों व क्षेत्रों जोनवार सूची तैयारकर लेवें। उन जगहों पर आवश्यक कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। उन्होनें कहा अतिवृष्टि से प्रभावित होने वाले पीड़ितों को ठहराये जाने वाले स्तालो /भवनों का निरीक्षण कर सूची बना कर तैयार रखने निर्देश दिये। नाले और नालियों की अंतिम छोर तक सफाई कर निर्माणधीन नाले नालियों को जल्द पूर्ण कर पानी बहाव के रास्ते से निर्माण सामग्री मलबा एवं अतिक्रमणों को हटाया जाए। बाढऋ नियंत्रण कक्ष में आवश्यक रुप से अमला और टूल्स मशीन आदि नोडल अधिकारी व अन्य अधिकारी के साथ उपस्थित रहेगें। नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है।
उन्होनें कहा है कि निचली बस्ती, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों को चिन्हित कर लेवें, उसके हिसाब से प्रभावितों का अनुमान कर अस्थाई रुप से सुरक्षित स्थलों को भी चिन्हित किया जावे। बारिश के दौरान बाढ़ की स्थिति से निपटने गोताखोर व अन्य तैयारी रखें। बाढ़गस्त क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था किया जाना है। बारिश कके दौरान संक्रामक बीमारियों से निपटने पूरी तैयारी रखें। कंट्रोल रुम स्थापित की गई है। कंट्रोल रुम में 24 घंटे अध्किारी और कर्मचारी उपस्थित रहेगें। इसदौरान प्राप्त होने वाली शिकायतों के निराकरण संबंधी जानकारी तत्कल उपलब्ध हो सके, अतिवृष्टि एवं बाढ़ से बचाव हेतु सभी अधिकारी समन्वय बनाकर कार्य करेगें। बाढ़ आपदा प्रबंधन से निपटने तैराक भी मौजूद रहे। इस तरह से अतिवृष्टि आपदा के समय सभी प्रकार की तैयारी और व्यवस्थाओं को रखने निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मनद्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
अमित सोनी ( छत्तीसगढ़ ब्यूरो )