दिल्ली की तरह कोलकाता में भी नाबालिग बच्चियों की अश्लील तस्वीरों का गिरोह सक्रिय

Share:

कोलकाता, 07 मई । अभी कुछ दिनों पहले ही दिल्ली में नाबालिक बच्चों का एक ऐसा गिरोह सामने आया था जिसमें शामिल लडके  लड़कियों को अपने जाल में फंसा कर उनकी अश्लील तस्वीरें इंटरनेट पर अपलोड करते और उनके साथ    दुष्कर्म आदि की अश्लील  चैटिंग  करते थे। अब ऐसा ही एक गिरोह कोलकाता में भी सामने आया है। आरोप है कि इसमें भारतीय जनता पार्टी के नेता के बेटे समेत कई अन्य बड़े लोगों के बच्चे शामिल हैं। कोलकाता पुलिस सूत्रों ने इसकी पुष्टि की। बताया गया है कि प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार के बेटे यश प्रकाश मजूमदार, यमन कल्याण घोष, श्रेयान चटर्जी, दिव्य ज्योति बसाक, आयुष बनर्जी सहित जादवपुर विश्वविद्यालय के कई वर्तमान और पूर्व छात्र भी इसमें शामिल हैं। जांच में पता चला है कि इन लोगों ने गूगल ड्राइव बना कर रखा है। सौरदीप बसाक नाम के एक युवक ने 2016 में यह गूगल ड्राइव बनाया था। जांच में पता चला है कि इस गूगल ड्राइव का एक्सेस कई लड़कों के पास है। इनका मूल काम है लड़कियों को प्रेम प्रस्ताव देना और अगर लड़कियां तैयार हो जाती हैं तो उनसे अश्लील तस्वीरें मांगी जाती हैं। अगर कोई लड़की इनके प्रेम जाल में फंस कर तस्वीरें भेज  दे तो उन तस्वीरों को तुरंत गूगल ड्राइव में अपलोड कर देते हैं और उसमें शामिल सारे अन्य युवक उन तस्वीरों को देखते हैं। उस पर भद्दे कमेंट भी करते हैं। जो लड़की इनके प्रेम जाल में नहीं फंसती उनकी भी तस्वीर गूगल ड्राइव में अपलोड की जाती है और उसके चेहरे को नंगी तस्वीर के साथ जोड़कर पोस्ट किया जाता है। इनमें से कुछ लड़कियों को इनकी तस्वीरें दिखाकर ब्लैकमेल भी किया जाता है और उन्हें शारीरिक संबंध के लिये मजबूर करने अथवा किसी और तरह से प्रताड़ित किया जाता है। पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। हालांकि गूगल ड्राइव बनाने वाले मुख्य आरोपी सौरदीप को इस बारे में भनक लग गई है जिसकी वजह से उसने अपना फेसबुक अकाउंट डीएक्टिवेट कर लिया है। जयप्रकाश मजूमदार के बेटे यश प्रकाश किसी भी तरह से मीडिया से बात करने से कतरा रहे हैं। आयुष बनर्जी से इस बारे में बात हुई है। उसने दावा किया है कि इस गूगल ड्राइव के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं और ऐसे किसी भी गिरोह के बारे में नहीं जानते। पुलिस मामले की विस्तृत पडताल कर रही है।


Share:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *