क्वारंटीन कैंपों में लोगों को प्रेरित करेंगे काउंसलर

Share:

देवरिया,11 अप्रैल (हि.स.) I क्वारंटीन कैंपों में रह रहे लोगों को कोरोना के बारे में जानकारी देने एवं उनकी काउसलिंग के लिए प्रोवेशन विभाग ने दो काउंसर नियुक्त किया है। जो जिले के अलग अलग गांवों में बने क्वारंटीन कैंप में जाकर लोगों की काउसलिंग करेंगे। 
 जिले में लगभग आठ सौ क्वारंटीन कैंप बनाए गए हैं। जिसमें दूसरे प्रदेशों व जिलों से आए ग्रामीणों को यहां रखा गया है। जहां उन्हें 14 दिनों तक रखा जाएगा। उनकी देख रेख के लिए गांव के चौकीदार को तैनात किया गया हैं। वहीं खाने पीने, लाइट और रहने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी गांव के प्रधान को दी गई हैं। क्वारंटीन कैंपों में जिले के अलग अलग स्थानों के हजारों लोग रह रहे हैं। क्वारंटीन कैंपों में रह रहे लोग परिजनों को देखने घर चले जा रहे हैं। इसे देखते हुए शासन ने ऐसे लोगों की काउसलिंग के लिए काउंसलर और मनोचिकित्सक का सहयोग लेने का निर्णय लिया था। इसके लिए शासन ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में समाजिक विज्ञान और मनोविज्ञान के शिक्षकों का सहयोग लिया जाए। शासन की मंशा है कि 14 दिनों पूर्व क्वारंटीन कैंप से कोई भी पलायन न करें। इसके लिए उन्हें हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। यूनीसेफ की मदद से प्रदेश के 75 जिलों में काउसलंर की तैनाती की गई है। इसके लिए मनोचिकित्सक के रुप में डा. नेत्रीका कुमारी पाण्डेय और काउंसलर श्रुति सागर को तैनात किया गया  है। जो गांव गांव जाकर क्वारंटीन में रह रहे लोगों को कोरोना के बारे में बताएंगे। इसके साथ ही अकेले रह रहे लोगों को काउसलिंग करेंगे। जिससे वह अवसाद के शिकार न हो।


Share: