कोरोना : पाकिस्तान में मौलवी के इंकार के बाद डॉक्टर ने खुद शव को नहला कर कराई अंतिम प्रार्थना
नई दिल्ली, 11 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के जिला शांगला में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला। कोरोना वायरस से मरने वाले एक व्यक्ति को मौलवी ने अंतिम नमाज पढ़ाने से इंकार कर दिया। मौलवी ने अंतिम संस्कार कराने से इंकार करते हुए कहा, ‘मुझे डर लगता है’। इसके बाद डॉक्टर ने खुद व्यक्ति के शव को नहलाया और अंतिम संस्कार कर अंतिम नमाज भी पढ़ाई।
डॉक्टर ने कहा – ‘कोरोना वायरस की वजह से मरने वाला शख्स दूर-दराज के इलाके से आया था। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जब स्थानीय मौलवी साहब से संपर्क किया गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि मुझे डर लगता है। इसलिए कोरोना वायरस से मरने वाले किसी शख्स के अंतिम संस्कार की नमाज नहीं पढ़ा सकता। इसके बाद मौलवी ने उन्हें सलाह दी कि वह खुद यह नमाज पढ़ा लें।’
डॉ. हाफिज सनाउल्लाह ने कहा कि उन्होंने कुरान पढ़ी हैं और उन्हें मालूम है कि किसी शव को स्नान कैसे कराना है और मरने के बाद अंतिम नमाज किस तरह पढ़ाई जाती है। फिर उन्होंने मृतक को स्नान कराया और अंतिम संस्कार की प्रार्थना यानी नमाज भी पढ़ाई। उन्होंने स्नान कराते समय ये सभी सावधानियां बरती भी हैं। डॉक्टर ने यह भी कहा कि स्नान कराने के बाद उन्होंने शव को प्लास्टिक में बंद करके उस पर कफन चढ़ाया और फिर शव को ताबूत में रखा। इसके बाद अंतिम नमाज पढ़ाई और फिर ताबूत को कब्र में दफना दिया।