कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी जीवन दर्शन का किया अपमान : शिवशंकर उराँव

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डॉ अजय ओझा।

अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989) के तहत दर्ज कराया जायेगा मुकदमा।

भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रेस वार्ता प्रदेश कार्यालय में हुई। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उराँव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी जनजाति समाज की एक महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को उम्मीदवार घोषित किया है। इससे पूरे देश में उत्साह का माहौल है।

उन्होंने कहा कि जनजाति समुदाय के लोग, जनजाति संगठन देश भर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी को इस ऐतिहासिक फैसले के लिए विशेष रूप से धन्यवाद और आभार पत्र प्रेषित कर रहे है। गांव गांव में ग्राम सभा बैठक आयोजित कर गांव के लोग धन्यवाद और आभार प्रस्ताव पारित करके प्रधानमंत्री जी को भेज रहे है।

उन्होंने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी देश के 12 करोड़ जनजाति समुदाय के लोगों का ही प्रतिनिधित्व नहीं कर रही बल्कि राष्ट्रपति के रूप में आने वाले समय में देश के 150 करोड़ भारतीयों का भी प्रतिनिधित्व करेंगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अजय कुमार द्वारा श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी को शैतानी दर्शन (the very evil philosophy) का प्रतिनिधित्व करने वाला बताना, देश के 12 करोड़ जनजातियों के जीवन दर्शन सम्मान का अपमान है। यह कांग्रेस के बीमार हो चुके मानसिकता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा झारखंड प्रदेश कांग्रेस और अजय कुमार के ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण बयान की घोर निन्दा के साथ विरोध करता है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार के इस बयान से कांग्रेस की आदिवासी विरोधी अंतर्भावना उजागर हो चुकी है। कांग्रेस ने आदिवासी समाज को सदैव ही छला है। उदाहरण स्वरूप अस्सी के दशक में, जनजाति समाज के सबसे अधिक पढ़े लिखे आदिवासी जननेता पंखराज साहेब कार्तिक उरांव को इन्दिरा गांधी ने अपने तत्कालीन मंत्रीमंडल में कैबिनेट मंत्री केवल इसलिए नहीं बनाया, क्योंकि पंखराज साहेब कार्तिक उराँव एक आदिवासी थे। आदिवासी समाज के सदस्य थे। उन्हें उप मंत्री और बाद में राज्यमंत्री ही बनाया था। यह बात जनजाति समाज को उसी समय समझ लेना था कि कैसे कांग्रेस ने आदिवासी समाज को बहला बहला कर मात्र वोट बैंक समझा।

वहीं दूसरी तरफ, वर्तमान नरेन्द्र मोदी मंत्रीमंडल में देश के आठ जनजाति सांसदों को कैबिनेट और राज्य मंत्री बनाया गया है और अब देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को बनाया गया है।यही नही जनजाति समाज के नाम अथवा जनजाति समाज के लिए कोई राष्ट्रीय श्रद्धा अथवा स्मृति दिवस नहीं था, प्रधानमंत्री जी ने देश भर के जनजाति वीर बलिदानियों के सम्मान और श्रद्धा हेतु धरती आबा भगवान बिरसा मुन्डा के जन्मदिन 15 नवम्बर को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस के रूप में घोषित करके वीर बलिदानियों के प्रति असीम श्रद्धा एवं सम्मान दिया है। देश की आजादी के बाद प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा-एनडीए शासनकाल में एक के बाद एक ऐसा करिश्मा भाजपा ने ही कर दिखाया है। जिसके कारण कांग्रेस विचलित हो गयी है और उसके प्रवक्ता-नेता अनर्गल बयान देने से बाज नहीं आ रहे।

कांग्रेस के बयान से केवल भाजपा ही नहीं, समूचा जनजाति समाज मर्माहत है।मोर्चा अब अजय कुमार के जनजाति समाज के प्रति गंदे नजरिये को लेकर कांग्रेस के खिलाफ जनांदोलन करेगी।
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989)
के तहत मुकदमा दर्ज करायेगी।

“लड़की हूँ लड़ सकती हूं” कांग्रेस का नारा सिर्फ ढकोसला।

देश की महिलाओं का कांग्रेस ने किया अपमान : आरती कुजूर।

रांची, 14 जुलाई। भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस के द्वारा की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी का भाजपा महिला मोर्चा विरोध करती है l

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश में लम्बे समय से राज किया लेकिन जनजाति समुदाय के बारे कभी अच्छी नही सोचा, इसने जनजाति समुदाय को सिर्फ वोट बैंक के रूप में उपयोग किया है लेकिन जब भी सम्मान देने की बात आयी है अपने कदम पीछे कर लिया और उसमें से एक जनजाति महिला को राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर आसीन होने का अवसर एनडीए की ओर से मिला तो कांग्रेस को पेट दर्द क्यूँ हो रहा है l

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह पुरानी परंपरा रही है कि महिला को न सम्मान देंगे और ना ही किसी को सम्मान देने देंगे। ये केवल अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए जनजाति समुदाय और महिला को केवल वोट के लिए इस्तेमाल किया है, महिला हित की कभी बात नहीं की बल्कि हमेशा टांग खींचने वाला कम किया है।

उन्होंने कहा कि रूपा तिर्की का मामला हो या खूंटी एसडीएम द्वारा राज्य के बाहर से प्रशिक्षण हेतू आयी लड़की के साथ दुष्कर्म की कोशिश हो कांग्रेस हमेशा चुप्पी साधे रहती है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देकर महिला सशक्तिकरण की बात करती है और जब कोई सामान्य महिला संघर्ष करके देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होना चाहती है तो कांग्रेस उन्हें शैतान बोलकर उसका उपहास उड़ाती है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा जनजाति महिला के ऊपर की गई अमर्यादित, भद्दी, अपमाजनक टिप्पणी को कतई बर्दास्त नहीं करेगी।

प्रेस वार्ता में प्रदेश सह मीडीया प्रभारी अशोक बड़ाईक एवं एसटी मोर्चा महामंत्री बिंदेश्वर बेक उपस्थित थे।


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