चीन ने बनाई टाइटैनिक की प्रतिकृति

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जयति भट्टाचार्य।
टाइटैनिक उस जहाज का नाम है जो अपनी पहली सफर पूरी नहीं कर पाया था। यह विशालकाय जहाज 1912 में अपनी पहली यात्रा में ही अटलांटिक महासागर में आइसबर्ग से टकराकर डूब गया था जिसमें डेढ़ हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। चीन द्वारा बनाई इस फाइव स्टार क्रूूज पर सैलानी रात भी बिता सकेेंगे। इसके लिए उन्हें करीब $ 150 चुकाने होंगें। यह जहाज एक थीम पार्क मेें रखा जाएगा।

1997 में टाइटैनिक पर इसी नाम की एक फिल्म बनी थी जो बाॅक्स आॅफिस पर बेहद सफल रही। चीन मेें भी यह फिल्म बेहद लोकप्रिय हुई थी। प्रतिकृति के निवेशक सु शाओजुन के अनुसार टाइटैैनिक की यादोें को जीवित रखने केे लिए 260 मीटर लंबी कापी बना रहे हैं। उन्हें यकीन है कि यह सौ दो सौ साल तक रहेगा।

सु के अनुसार इसे बनाने में 6 साल लगे जो कि असली टाइटैैनिक केे निर्माण अवधि से ज्यादा है। इसेे बनाने में 23 हजार टन स्टील, सौ सेे ज्यादा वर्कर औैर एक अरब युआन ($153ण्5 मिलियन) की रकम लगी। यह जहाज सिचुआन प्रांत के एक थीम पार्क में है।

इसको लेकर सोशल मीडिया में विवाद भी हो रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि इतने लोगोें की जान लेने वाले जहाज की प्रतिकृति क्या सैलानियों को आकर्षित करेगी। कुछ लोगों का कहना है कि कहीं यह चीन के लिए सफेद हाथी न बन जाए। यह तो वक्त ही बताएगा कि यह लंबी रेस का घोड़ा है या सफेद हाथी।


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