राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

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डॉ अजय ओझा।

राष्ट्रपति महोदया झारखंड की अभिभावक और मार्गदर्शक हैं : हेमंत सोरेन।

रांची, 25 मई । राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में आज राज भवन रांची में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हम आदरणीय राष्ट्रपति महोदया का धरती आबा भगवान बिरसा की पावन भूमि पर अभिनंदन और जोहार करते हैं। आज हम सभी के बीच देश की माननीया राष्ट्रपति महोदया उपस्थित हुई हैं। आदरणीय राष्ट्रपति महोदया का तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आगमन हुआ है। तीन दिवसीय कार्यक्रम के बीच कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में इनकी उपस्थिति रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीया राष्ट्रपति महोदया ने झारखंड के नए उच्च न्यायालय भवन का भी उद्घाटन किया। राष्ट्रपति महोदया बाबा नगरी देवघर से होते हुए खूंटी तक पहुंचीं। इस दौरान हम लोग भी इनके साथ साथ रहे। आदरणीय राष्ट्रपति महोदया ने आम जनों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुना तथा समझा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजभवन में भी माननीया राष्ट्रपति महोदया ने देश के सबसे दुर्गम इलाके में रहने वाले आदिम जनजाति समुदाय की समस्याओं को सुना-समझा तथा निराकरण हेतु प्रयास किया। आदरणीय राष्ट्रपति महोदया के साथ इतने घंटे बिताने के बाद भी यह एहसास नहीं हुआ कि हम देश की राष्ट्रपति के साथ हैं बल्कि यह एहसास हुआ कि हम अपने अभिभावक एवं मार्गदर्शक के साथ समय व्यतीत कर रहे हैं। राष्ट्रपति महोदया का अचानक गाड़ी से उतर कर महिलाओं के बीच जाना उन्हें तमाम संघर्षों के बीच आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना एक अपनत्व का बोध दिलाता है। निश्चित रूप से माननीया राष्ट्रपति महोदया का 6 वर्ष झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यकाल एक अभिभावक और मार्गदर्शक का रहा है। झारखंड के राज्यपाल के रूप में इनका कार्यकाल राज्य वासियों के लिए सदैव यादगार रहेगा।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आदरणीय राष्ट्रपति महोदया के अभिनंदन में मैं क्या कहूं इन्होंने अभी-अभी कहा कि मैं ओडिसा से हूँ लेकिन मेरा झारखंड से गहरा संबंध है। आज हमलोगों के लिए गर्व की बात है कि आप देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित कर रही हैं। आप एक मार्गदर्शक के रुप में जो संदेश देती हैं, उसका अनुसरण हम सभी लोग करेंगे। हमारी सरकार आपकी सोच के अनुरूप दबे-कुचले लोग जो चुनौतियों का सामना कर रहे हैं उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करेगी। आप हमेशा हमारे बीच एक मार्गदर्शक के रूप में रहेंगी। आपकी सोच के अनुरूप ही राज्य में विकास को हम गति देने का काम करेंगे। हमारा प्रयास है कि विकास की राह में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की योजना के साथ-साथ सरकार की नजरें भी पहुंचे। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता की ओर से मैं आपका हार्दिक अभिनंदन करता हूं।


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