बिजली विभाग के निजीकरण हो जाने से आपको होने वाले कुछ नुकसान

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अजय विश्वकर्मा।

जैसा कि आप जानते हैं उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया है जिससे आप उपभोक्तागण को भी बहुत सारी परेशानियां होने वाली है दोस्तों हम बिजली उत्पादन कंपनियों से ₹7 प्रति यूनिट की दर से खरीदते हैं और गरीब किसानों को ₹2 प्रति यूनिट यूनिट से बेचते हैं वही मध्यम वर्ग के लोगों को करीब 3.50 रुपए से ₹4 प्रति यूनिट की दर से बेचते हैं तो साथियों अगर यह विभाग किसी निजी हाथ में चला जाता है तो जाहिर सी बात है अगर वह कंपनी ₹7 प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदेगा तो कम से कम ₹10 प्रति यूनिट की दर से बेचेगा जो हमारा गरीब किसान है जिसका आए दिन आंधी तूफान बाढ़ में फसल नुकसान हो जाता है खाने को नहीं जुटा पाता ऐसी दशा में वह इतनी महंगी बिजली का बिल कैसे भर पाएगा और मध्यम वर्ग के लोगों पर भी यह भार बढ़ जाएगा लेकिन यह निजी कंपनियां आप से जबरदस्ती बिल जमा करवाएंगे अभी आपने कोरना जैसी महामारी में देखा होगा जिसमें लोगों को खाने को कभी लाले पड़ गए थे लेकिन बिजली विभाग द्वारा 4 महीने कोई भी विभाग का कर्मचारी आपसे बिजली बिल का डिमांड नहीं किया नहीं आपके घर का कनेक्शन काटा गया और आपको लॉकडाउन के दौरान भी निर्बाध बिजली आपूर्ति दी गई सोचिए अगर ऐसी स्थिति में कोई निजी कंपनी होती तो क्या ऐसा वह करती नहीं आपसे हर महीने बिजली का बिल जमा करवाते और ना जमा करने की स्थिति में आपको बिजली से वंचित कर देते जिससे लॉकडाउन के दौरान और अपने घरों में नहीं रह पाते जैसा कि आपने देखा है यह जो टेलीकॉम कंपनियां हैं जैसे जियो पहले तो दिया फ्री में हमें फिर गरीबों का खून चूसने का काम किया ₹149 का रिचार्ज 199 हो गया फिर 299 हो गया 399 से 599 हो गया हो गया तो ऐसे ही बिजली का दर भी बढ़ेगा।
और आपको यह भी बता दे की अगर आपके बच्चे आईटीआई पॉलिटेक्निक बीटेक आदि की पढ़ाई करवा रहे हैं तो सरकारी नौकरी के लिए करवा रहे हैं न की प्राइवेट करने के लिए धीरे धीरे सारे विभाग बिक रहे हैं ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बिक रहा है रेलवे विभाग भी कहा है आज बिजली विभाग बिक रहा है कल और भी विभाग बेचे जाएंगे कहां नौकरी करवाएंगे
इसलिए आपसे निवेदन है कि निजी करण का जमकर विरोध करें क्योंकि निजी करण से ना किसी को फायदा हुआ है और ना आगे होगा निजी करण से अंबानी अदानी टाटा अमीर होते जाएंगे और गरीब गरीब होते जाएंगे
तो दोस्तों निजीकरण का विरोध करिए अपना और अपने बच्चों का भविष्य बचाईए।


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