भाजपा के लिए मुसीबत बन गए हैं लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी

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सौरभ सिंह सोमवंशी

उत्तर प्रदेश के पॉलिटिकल पंडितों के अनुसार सुल्तानपुर के लंभुआ विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवमणि द्विवेदी पिछले दिनों अपनी पंडित पॉलिटिक्स के चलते भारतीय जनता पार्टी का बहुत नुकसान कर चुके हैं, उनके लगातार बयानों से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के द्वारा लगाए गए आरोपों की तस्दीक होती है ।
देवमणि द्विवेदी ने पिछले दिनों सुल्तानपुर के जिला अधिकारी सी इंदुमती के ऊपर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए जिसमें से एक भ्रष्टाचार कोरोना किट खरीद से संबंधित था परंतु बाद में पता चला थी उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले में कोरोना किट का मूल्य तय नहीं था। देवमणि द्विवेदी के लगातार जिला अधिकारी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहने का कारण तब और साफ हो गया जब एक ऑडियो वायरल हुआ इस ऑडियो में जिला अधिकारी रह चुकी सी इंदुमती ने देवमणि द्विवेदी के ऊपर एक ऐसे भ्रष्टाचारी के संरक्षण का आरोप लगाया जो उसके पहले पूरे उत्तर प्रदेश में ना तो देखा गया था ना तो सुना गया था, सुल्तानपुर में लंभुआ विधानसभा क्षेत्र के कोथरा कला का संतोष सिंह 18 वर्षों से एक नहीं तीन तीन विद्यालय सिर्फ कागजों पर चला रहा था और उसको विधायक सांसद और विधान परिषद सदस्यों ने 32 लाख 70 हजार रुपए भी दे दिए। इसके अलावा करोड़ों रुपए छात्रवृत्ति के वह डकार गया लखनऊ हाई कोर्ट के आदेश पर जिला अधिकारी सी इंदुमती ने इस मामले पर सख्त कार्रवाई करते हुए तमाम विभागों से अलग-अलग एफ आई आर दर्ज करवाने को कहा,एफ आई आर दर्ज करने की प्रक्रिया भी पूरी हो गई, परंतु गिरफ्तारी आज तक न हो सकी आरोप यह है कि संतोष सिंह का संरक्षण देवमणि द्विवेदी कर रहे हैं इस बात की तस्दीक स्वयं सी इंदुमती ने ऑडियो में की है बाद में जिलाधिकारी सी इंदुमती का 8 जिलों के जिला अधिकारियों के साथ स्थानांतरण कर दिया गया और सुल्तानपुर में देवमणि द्विवेदी के समर्थकों के द्वारा यह कहा गया कि देवमणि के आरोप पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अधिकारी रह चुकी सी इंदुमती का स्थानांतरण कर दिया ।

इसके बाद देवमणि द्विवेदी ने एक पत्र और जारी किया जिसमें उन्होंने सी इंदुमती के ऊपर पेट्रोल पंप की एनओसी देने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया लेकिन मजे की बात यह है कि 8 लाइन के पत्र में देवमणि द्विवेदी ने नीचे की केवल 2 लाइनों में सी इंदुमती के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और केवल और केवल आरोप लगाया है कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है सिर्फ और सिर्फ जांच की मांग की है । बडा प्रश्न ये है कि संतोष कुमार सिंह जो सुल्तानपुर जनपद में तीन तीन विद्यालयों का संचालन कर रहा था और सिर्फ कागजों पर विद्यालय चला कर करोड़ों का घोटाला पिछले 18 वर्षों में किया था। जिसकी तस्दीक सुल्तानपुर के पांच मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी कर चुके हैं उसके विद्यालय में देवमणि द्विवेदी जाकर क्या कर रहे थे देवमणि द्विवेदी ने आज तक मीडिया के सामने इस प्रश्न का उत्तर नहीं दिया कि सी इंदुमती के द्वारा लगाए गए आरोपों पर उनका क्या रुख हैं

देवमणि द्विवेदी के ऊपर संतोष के संरक्षण का आरोप तो था ही 2 दिन पहले लंभुआ के ही शिवगढ़ में देवमणि द्ववेदी के करीबी प्रदीप दुबे के ऊपर राम जानकी मंदिर कब्जा करने का आरोप लगा मामले की जांच कर उप जिला अधिकारी ने निर्माण रोकने का आदेश दिया था उसके बावजूद निर्माण कार्य जारी है शिवगढ़ के निवासियों ने बताया कि देवमणि द्विवेदी के समर्थकों के द्वारा जिले में माहौल बनाया गया है कि विधायक जी ने जिला अधिकारी का ट्रांसफर करवा दिया है शायद यही कारण है कि पुलिस अधीक्षक प्रदीप दुबे के ऊपर कार्यवाही करने से डर रहे हैं और अवैधानिक निर्माण कार्य जारी है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां नियम कानून के पालन भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख, ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के लिए पूरे देश में अपनी जगह बना लिए हैं वहीं पर उनके ही विधायक के द्वारा इस तरह का कृत्य किया जाना उनके प्रशासन पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।


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