मध्य प्रदेश: कोरोना से लड़ने वाले विभाग बांटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

Share:

२३ अप्रैल, भोपाल। इस समय प्रदेश, देश और दुनिया में जो भी निर्णय लिए जा रहे हैं उन पर कोरोना महामारी की छाया है मध्यप्रदेश में पांच सदस्यीय मंत्रिमंडल के गठन के बाद, मंत्रियों को जो विभाग बांटे गए हैं वे कोरोना महामारी से लड़ने में भूमिका अदा करने वाले विभाग हैं। मलाईदार विभागों को अभी नहीं बांटा गया है।ग्रह, स्वास्थ्य, कृषि, जल, संसाधन, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं सहकारिता ऐसे विभाग हैं जो किसी ना किसी रूप में कोरोना महामारी के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों से जुड़े हुए है।

विवादों से बचते मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान

दरअसल प्रदेश में कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है, इससे निपटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरी सरकार को इस लड़ाई में झोक देना चाहते हैं और पूरा फोकस इसी पर बनाए हुए हैं। इसी के चलते उन्होंने केवल पांच मंत्रियों को शपथ दिलाई एवं उन मंत्रियों को केवल वही विभाग सोपे जो किसी ना किसी प्रकार से कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ने में सक्षम है।

मीना सिंह

इसी के तहत चौहान ने नरोत्तम मिश्रा को गृह एवं स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा है। पुलिस जहां सड़क पर जहां संक्रमण रोकने के लिए आम नागरिकों को निकलने नहीं दे रही है, उन्हें समझा रही है, भीड़ जमा नहीं होने दे रही है और ऐसा करते-करते पुलिस के जहां दो सब इंस्पेक्टर इस बीमारी से संक्रमित होकर मृत हो चुके हैं वही प्रदेश में लगभग 50 पुलिसकर्मी संक्रमित है जिनका इलाज चल रहा है यहां तक की पुलिस हेड क्वार्टर को बंद कर दिया गया है। इसी तरह मरीजों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है।

नरोत्तम मिश्रा

जहां डॉक्टर और नर्स अपनी जान हथेली पर रखकर इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों की भी मौत हो चुकी है कई डॉक्टर नर्स संक्रमित हो चुके हैं ऐसे में इन दोनों ही विभागों पर विशेष ध्यान देने के लिए नरोत्तम मिश्रा को जिम्मेदारी सौंपी गई है प्रदेश में किसानों की खरीदी शुरू हो गई है किसानों की फसल का समर्थन मूल्य समय पर भुगतान हो खरीदी केंद्रों पर सोशल डिस्टेंस का पालन हो और जहां फसलों की कटाई नहीं हो पाई है वहां कटाई की व्यवस्था करने के लिए कृषि मंत्री का दायित्व कमल पटेल को सौंपा गया है इसी तरह किसानों के मिलने वाले समर्थन मूल्य और उपार्जन की समीक्षा साथ ही राशन दुकानों से इस समय गरीबों को राशन व्यापक स्तर पर वितरित किया जा रहा है जिसकी निगरानी करने के लिए गोविंद राजपूत को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं सहकारिता विभाग का जिम्मा सौंपा गया है। इसी तरह गर्मी के सीजन में पीने की पानी की समस्या ना हो मजदूरों को काम में लें इसके लिए जल संसाधन विभाग तुलसी सिलावट को दिया गया है। सिलावट को विभाग के अलावा छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन साथ ही स्कूल कॉलेजों के ऐसे विषय भी देखेंगे जिनका तुरंत समाधान जरूरी है खासकर बाहर के छात्र जो प्रदेश में फंसे हैं या प्रदेश के छात्र जो बाहर राज्यों का से हैं उनके रुकने और भोजन की व्यवस्था भी देखेंगे।

गोविन्द राजपूत

इसी तरह सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि खातों में भिजवाने, गरीबों के लिए संचालित योजनाओं की समीक्षा तथा संबल योजना के क्रियान्वयन और वनोपज खरीदी महुआ तेंदूपत्ता तू ड़ाई जैसे कार्य का जिम्मा आदिम जाति कल्याण विभाग कि मंत्री मीना सिंह है सौंपा गया है। कुल मिलाकर मंत्रियों को ऐसे विभाग तो दिए गए हैं जो कोरोना से लड़ने के लिए काम आएंगे। इसके अतिरिक्त और भी काम सौपे गए हैं जो कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी है कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ने के लिए इन मंत्रियों के साथ चुनिंदा अधिकारियों को भी जोड़ा गया है, जोकि विभागीय अधिकारियों के अलावा होंगे ग्रह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ मोहम्मद सुलेमान, संजय शुक्ला और एमके अग्रवाल रहेंगे वही तुलसी सिलावट के साथ आईसीपी केसरी, नीरज मंडलोई, रश्मि अरुण रश्मि शमी और दीपाली रस्तोगी, सहकारिता मंत्री गोविंद राजपूत के साथ शिव शेखर शुक्ला और उमाकांत उमराव कृषि मंत्री कमल पटेल के साथ केके सिंह, अजीत केसरी, आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह के साथ जेएन कंसोटिया, अशोक वर्णवाल और अशोक शाह को जोड़ा गया है।

तुलसी सिलावट

जाहिर है पूरी दुनिया में कोहराम मचा रही कोरोना महामारी मध्यप्रदेश में भी डेढ़ हजार से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुकी है जिसमें स्वास्थ और पुलिस विभाग के कर्मचारी अधिकारी ज्यादा प्रभावित हुए हैं ऐसे में मुख्यमंत्री चौहान ने इस महामारी का मुकाबला करने के लिए मंत्रियों को संबंधित विभाग सौंपकर उनके साथ वरिष्ठ अधिकारियों को भी जोड़ा है मंत्रियों को विभाग के अलावा भी दायित्व पर हैं साथ ही दो-दो संभागों का प्रभारी बनाया गया है अब देखना यही है की टीम शिवराज प्रदेश में कोरोना महामारी को फैलने से कब तक रोकने में सफल होगी साथ ही लॉक डाउन चलते आम नागरिकों को जो परेशानी हो रही हैं उनको कितनी राहत दे पाते हैं।

कमल पटेल

ब्यूरो : देवदत्त दुबे


Share:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *