बंगाल में भाजपा सांसदों के खिलाफ की गई राजनीति से प्रेरित कार्रवाई : राज्यपाल
कोलकाता, 17 अप्रैल (हि. स.)। लॉक डाउन के बहाने भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को हाउस अरेस्ट किए जाने के ममता सरकार के फैसले की निन्दा राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने की है। उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी इस बारे में जानकारी दी है। राज्यपाल ने सांसदों को घरों में सीमित रखने वाले अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। शुक्रवार को धनखड़ ने ट्वीट किया है। इसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को टैग करते हुए उन्होंने लिखा है भाजपा के सांसदों डॉ. सुभाष सरकार, जॉन बार्ला, अर्जुन सिंह और राजू बिष्ट के खिलाफ राजनीतिक रूप से प्रेरित कार्रवाई पर चिंतित हूं। यह ममता बनर्जी के प्रशासन ने इर्ष्यालु होकर की है। लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष मैंने यह मुद्दा उठाया है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हमारे सांसदों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। ऐसे में उनके खिलाफ अधिकारियों ने जो कदाचार की है इसकी जांच हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा सांसदों की गतिविधियों को प्रभावित करना गंभीर मुद्दा है। जो भी अधिकारी इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। प्रशासन का राजनीति से गठजोड़ खतरनाक है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राज्य प्रशासन को राजनीतिक गठजोड़ से दूर रहना सीखना होगा।

उल्लेखनीय है कि भाजपा के सांसदों को राहत सामग्री वितरण से प्रशासन ने रोक दिया है और इन सांसदों को घरों में ही हाउस अरेस्ट कर दिया गया है। अमूमन लॉक डाउन के दौरान लोगों को घर में रहने की हिदायत दी गई है। लेकिन भाजपा के सांसदों के घरों के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि वह निकल ना सकें। इसको लेकर राज्यपाल ने ममता सरकार की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा