बाहर जाने की जिद ना करो!

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देवदत्त दुबे

पूरी दुनिया में 12 लाख लोगों से ज्यादा कोरोना महामारी से संक्रमित हो चुके हैं और लगभग एक लाख लोगों के मौत की खबर है। साथ ही इस बीमारी का ना कोई इलाज है, पूरी दुनिया केवल बचाओ में ही उपाय बता रही है और बचाव केवल घरों के अंदर रहने में है इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे हैं, जो घर से बाहर जाने की जिद करते है। ऐसे कौन से काम है जिंदगी से भी ज्यादा जरूरी है जो परिवार की जिंदगी से ज्यादा जरूरी है समझ से परे है।

दरअसल मानव जाति के इतिहास में पहली बार कोई ऐसी महामारी कोरोना के रूप में आई है, जिसने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। अधिकांश लोग इस खतरे को समझ चुके हैं और कोरोना से बचने के लिए सभी संभव उपाय कर रहे हैं। कितने ऐसे लोग हैं जो लॉक डाउन के बाद अपने शहर अपने गांव और अपने घर अभी तक नहीं पहुंच पाए लेकिन जहां हैं वहीं पैरों को थामे हुए ऐसे भी लाखों लोग हैं। जिनके घरों में खाने का इंतजाम नहीं है इसके बावजूद घर से बाहर नहीं निकल रहे, ऐसे भी हजारों लोग हैं जिन्हें किसी और बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल जाना है लेकिन भी कष्ट सहन करके घर में ही रुके हैं। क्योंकि इन सब का मानना है कि घर के बाहर निकलने से संक्रमित हो सकते हैं और फिर उस संक्रमण का असर हमारे परिवार पर भी पड़ सकता है इस कारण हर मुसीबत का सामना करते हुए वे केवल घरों के अंदर रह रहे हैं दूसरी तरफ ऐसे भी लोग हैं जो बेवजह घर से बाहर निकल रहे हैं।

हरिद्वार

बहरहाल शांति के टापू मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी से 430 से भी ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 36 लोगों की मृत्यु हो चुकी इंदौर और भोपाल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं वही प्रदेश 20 जिलों तक यह महामारी पहुंच हो चुकी है इसके बावजूद अनेकों ऐसे लोग हैं जो ना तो लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं, और ना ही सोशल डिस्टेंस का जबकि छोटे-छोटे बच्चे भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपील कर रहे की घर से बाहर ना निकले।

प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, फिल्मी स्टार, गीतकार, खिलाड़ी, सभी देशवासियों से एक ही अपील कर रहे हैं कि वे अपने अपने घरों में रहे। इसके बावजूद भी यदि लोग बेवजह बाहर निकल रहे हैं तो वे ना परिवार से ना शहर से न प्रदेश से ना ही अपने देश से प्यार करते ह क्योंकि कोरोना महामारी ऐसी बीमारी है, जो पता नहीं चलती कि कैसे आदमी को संक्रमित कर देती है इंदौर के डॉक्टर पंजवानी जिन्होंने कुछ दिन पहले स्वयं ही वीडियो जारी करके कहा था कि मैं पूर्ण स्वस्थ है और वे कब पॉजिटिव हो गए कब मौत के मुंह में चले गए उन्हें पता ही नहीं चला।

प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के ही लगभग 50 अधिकारी और कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। भोपाल में आईएएस अधिकारी भी संक्रमित हो चुके है। ऐसे माहौल में प्रत्येक मानव का कर्तव्य बन जाता है कि वह केवल अपने घर पर रहकर अपनी परिवार और मानव समाज की रक्षा करें। यह दिन भी नहीं रहेंगे ऐसा मानकर फिलहाल घर पर रहने का ही संकल्प करें। बाहर जाने की ज़िद ना करें आज तो बिल्कुल नहीं उस फिल्मी गाने को याद करें जिसमें कहा गया है “आज जाने की जिद ना करो”।


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