आईटीपीओ द्वारा दिल्ली पुस्तक मेला में आरजेएस व खुसरो फाउंडेशन के तत्वावधान में आजादी की अमृत गाथा कार्यक्रम आयोजित किया गया

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सुधीर।

इंडियन ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) द्वारा दिल्ली पुस्तक मेला में आरजेएस व खुसरो फाउंडेशन के तत्वावधान में आजादी की अमृत गाथा कार्यक्रम आयोजित किया गया।

डायमंड बुक्स और अन्य प्रकाशनों की पुस्तकों का वितरण कर मेले में पॉजिटिव मीडिया ने दिया सकारात्मक संदेश।

नई दिल्ली। दिल्ली के प्रगति मैदान में आईटीपीओ द्वारा एफ आई पी के सहयोग से आयोजित 26 वें दिल्ली पुस्तक मेला में 23 दिसंबर को आरजेएस पॉजिटिव मीडिया ने तीन दिवसीय “मन-मस्तिष्क की खुराक पुस्तकें” विषय पर प्रथम दिन आजादी का अमृत महोत्सव , श्रृंखलाबद्ध आजादी की अमृत गाथा 107के नाम से मनाया।

सेमिनार हॉल में खुसरो फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों मेला दर्शकों और पॉजिटिव मीडिया के बीच डायमंड बुक्स और अन्य प्रकाशकों की सौ से ज्यादा पुस्तकें वितरित की गई।

पद्मश्री से सम्मानित और खुसरो फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रोफेसर अख्तरुल वासे ने कहा की देश में प्रगति और विकास भावनात्मक एकता से होती है । हमारी भावनात्मक एकता और छपा हुआ शब्द कभी खत्म होने वाला नहीं है। देश सर्वोपरि है, और धर्म जोड़ने का कार्य करता है। सभी धर्मों का आदर सम्मान और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के लिए पुस्तकें हमें प्रेरित करती हैं। आजादी का अमृत महोत्सव में महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर आयोजित आजादी की अमृत गाथा 107 में आज हम उधम सिंह, मदन मोहन मालवीय ,अटल बिहारी वाजपेई, मिर्ज़ा ग़ालिब और अन्य महापुरुषों को याद कर रहे हैं क्योंकि वो देश के लिए जिए। इस अवसर पर इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन जनसंपर्क अधिकारी विवेकानंद विवेक और नंदिनी और एफआईपी की अनु तलवार को सम्मानित किया गया। विवेकानंद विवेक ने पुस्तक मेले में पाॅजिटिव मीडिया द्वारा किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों की सराहना की। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य सलाहकार समिति डा हरि सिंह पाल ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बुके की जगह बुक्स प्रदान करने को संदेशवाहक बताया। प्रो अख्तरूल वासे और सभी
अतिथियों ने “नागरी पत्रिका” का विमोचन किया। मुख्य वक्ता द टेंपल ऑफ अंडरस्टैंडिंग इंडिया फाउंडेशन के महासचिव डॉ एके मर्चेंट ने कहा कि भारत के पुरातन इतिहास और संस्कृति का कथा कहानियों के माध्यम से मानव सभ्यता का विकास हुआ। विभिन्न पुस्तकों को स्वयं पढ़ना चाहिए जिससे वह हमारी आत्मा का भोजन बन जाए । आज डिजिटल मीडिया के माध्यम से विचारों के आदान-प्रदान में ज्ञान की बढ़ोतरी हुई है, जो एक शुभ संकेत है।

विशिष्ट अतिथि
वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की मजबूती के लिए पत्रकारिता को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए सभी के प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने देश हित में सकारात्मक पत्रकारिता पर बल दिया । कार्यक्रम में अतिथि दूरदर्शनकर्मी इसहाक खान ने आरजेएस फैमिली की ओर से उधम सिंह,मदन मोहन मालवीय और महावीर प्रसाद द्विवेदी को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कोहली बुक्स डिस्ट्रीब्यूटर के प्रिंस कोहली और प्रीति कोहली , एडवोकेट सुजित कुमार तथा आरजेएस फैमिली -पाॅजिटिव मीडियाकर्मियों प्रखर वार्ष्णेय आदि का स्वागत किया गया।


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