आजमगढ़ लाइफ लाइन मुद्दे पर दायर होगी पी आई एल-अनिल सिंह विषेन
सौरभ सिंह सोमवंशी
प्रयागराज।
आज दिनांक 7 जुलाई 2020 को “प्रयागराज बुद्धिजीवी मंच” के तत्वावधान में एक बैठक की गई। बैठक में आजमगढ़ में पत्रकारों व स्वयंसेवी संगठनों के साथ जिस तरह के अलोकतांत्रिक तरीके से आजमगढ़ “आल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन” व लाइफ लाइन अस्पताल के मालिक अनूप यादव द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध लगाने के प्रयास में पत्रकारों व स्वयंसेवी संगठनों पर फर्जी एफ आई आर दर्ज कराई गई है।यह संविधान द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन है।विदित हो कि पूर्व के दिनों में आजमगढ़ में पूर्व मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी से मिलकर एक चौदह सूत्रीय प्रत्यावेदन दिया गया था जिसमें बताया गया था कि भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना महामारी के संदर्भ में कोविड -19 एडवाइजरी का उल्लंघन लाइफ लाइन हास्पिटल के मालिक अनूप यादव द्वारा किया गया है।मामला ये था कि सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार किसी भी प्राइवेट व सरकारी अस्पताल में कोई भी मरीज भर्ती करने के पहले उसकी कोविड-19 की जांच अति आवश्यक है परंतु आजमगढ़ स्थित लाइफलाइन अस्पताल में इस मानक का पालन नहीं किया गया। और पैसे की हवस में लगातार मरीजों को भर्ती किया जाता रहा और बाद में अस्पताल में मरीज कोरोना पाज़िटिव पाये गये।मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कुछ स्वयंसेवी संगठनों और पत्रकारों ने मामले की शिकायत मंडलायुक्त से की और कुछ पत्रकारों ने इस बात को सोशल मीडिया पर भी प्रचारित किया कि कुछ अस्पतालों के द्वारा पैसे की हवस में इस तरह का कृत्य किया जा रहा है जो एक तरह का अपराध के साथ साथ भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का भी उल्लंघन है। और कोरोना के फैलने में सहायक हो सकता है,जो आम जनमानस के लिए मौत का कारण भी बन सकता है, परंतु आजमगढ़ के लाइफलाइन अस्पताल के मालिक अनूप यादव के द्वारा इस मामले को अपने ऊपर लिया गया और “इंडियन मेडिकल एसोसिएशन” आजमगढ़ की इकाई के साथ मिलकर एक मान्यता प्राप्त और ख्याति लब्ध पत्रकार डॉ अरविंद कुमार सिंह के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ता विनीत सिंह ऋषू, विवेक पांडेय,और अभिषेक उपाध्याय के ऊपर एफ आई आर दर्ज कराई गई जो स्पष्ट रूप से भारतीय संविधान के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन है। इसी के सिलसिले में प्रयागराज की बैठक में तमाम संगठनों के लोग शामिल हुए और यह फैसला लिया गया कि मामले में मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा जाएगा।जनहित याचिकाओं के माध्यम से तमाम लोगों को न्याय दिलाने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के पी आई एल एक्सपर्ट अनिल सिंह विषेन ने कहा कि यदि एक हफ्ते में कार्यवाही नहीं हुई तो इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की जायेगी।बैठक में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र सिंह पत्रकार, ब्राह्मण क्षत्रिय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार शुक्ला, संयोजक क्रांति गुरु गणेश बल्लभ द्विवेदी, विधि संवाददाता मनीष खन्ना,ऋषिशंकर द्विवेदी एडवोकेट, इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष राजकुमार सिंह, हाईकोर्ट के एडवोकेट त्रिलोकी सिंह, जनसंघ सेवक मंच के पूर्वांचल प्रभारी चिंटू सिंह ठाकुर, जनहित मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव एल एन सिंह, भारतीय पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश शुक्ला, कार्य वाहक अध्यक्ष समीर अहमद, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिवाकर सिंह, प्रयागराज के जिलाध्यक्ष राजेश सिंह,मेजा तहसील अध्यक्ष नीरज सिंह बागी,ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के मेजा तहसील अध्यक्ष अरविंद सिंह विषेन, डा अजय गोविंद राव, रेडियो पत्रकार रेनू राज सिंह, सौरभ सिंह सोमवंशी पत्रकार, एडवोकेट यशवीर सिंह, राजीव पाठक, शैलेंद्र प्रताप सिंह आरपी सिंह आरके साहू ललित सोनी आदि उपस्थित थे।।