आत्मा को तृप्त करने का माध्यम है कला

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बटोही

’जीवन एक प्रतिबिंब है कला का विषयक आर्ट एंड क्राफ्ट 15 दिवसीय कार्यशाला आरम्भ’25

’ मुख्य अतिथि रहे रवीन्द्र कुशवाहा ने किया शिविर का उद्घाटन’2

’कला, आत्मा को तृप्त करने का एक अच्छा माध्यम है तलत महमूद’

प्रयागराज। कोल्हन टोला स्थित बांध मंडी में नशराह इस्लाम के आवास पर ष्जीवन एक प्रतिबिंब है कला काष् विषयक आर्ट एंड क्राफ्ट 15 दिवसीय कार्यशाला की शुरूआत शुक्रवार को की गई।
राज्य ललित कला अकादमी के कार्यकारिणी सदस्य मुख्य अतिथि रवींद्र कुशवाहा द्वारा सम्मान कल्चर आर्ट फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। उन्होंने कहा कि कला अपने अंदर अनेक विधाओं को समेटे हुए है। हृदय की गइराईयों से निकली अनुभूति ही कला का रूप लेती है। कला कार्यशाला के जरिए नन्हें कलाकारों के मानसिक विकास को संभव बनाया जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कलाकार तलत महमूद ने कहा कि कला, आत्मा को तृप्त करने का एक अच्छा माध्यम है। लेकिन इसे कठिन तपस्या और साधना से ही हासिल किया जा सकता है। हर इंसान के अन्दर एक कलाकार छुपा होता है और जब हम कोई भी कलाकृति बनाते हैं तो हमारे अंदर में छुपा कलाकार ही हमको गाइड करता है। तभी हम उस कलाकृति को
सही रूप और रंग दे पाते हैं।
संस्था के सचिव नीरज हिंदुस्तानी ने बताया कि संस्था के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों में निशुल्क 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन आर्ट एंड क्राफ्ट प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। ताकि बच्चों में सामाजिक चेतना और नन्हें कलाकारों को एक सही दिशा प्रदान की जा सके। अंत में कार्यशाला के प्रशिक्षक एवं संयोजक नसराह इस्लाम ने उपस्थित सभी सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए बताया कि शिविर में बच्चों को प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार भी दिया जाएगा। शिविर में बच्चों के द्वारा किए गए कार्यों की उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस मौके पर प्रतिभागियों में अरिशा अलवी, मरियम फातिमा, सबा परवीन, इशरा जिया, मुनीजा, जिक्रा, अन्य प्रतियोगी कलाकार उपस्थित थे।


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