अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर विशेष : गोल्डन गर्ल बबीता पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेलों इंडिया को कर रही साकार
अजय विश्वकर्मा ।
बेटियां सब के मुकद्दर में कहां होती हैं घर जो ईश्वर को पसंद हो वही होती है। किसी शायर की उक्त पंक्तियों को याद करके ऐसा लगता है कि भगवान को पिता रामनिवास का घर पसंद आया और उनके आंगन में बबीता जैसी बेटी का जन्म हुआ माता पिता का प्यार और सम्मान करते हुए सच्ची लगन और संघर्ष के बलबूते बबीता ने देश ही नहीं विदेशों में राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। खिलाड़ियों की दिशा और दशा सुधारने में कोच की महत्वपूर्ण भूमिका होती है राष्ट्रीय खोज घनश्याम यादव बबीता के प्रतिभा को दिनों दिन निखार लाने का प्रयास कर रहे हैं जिससे कि ओलंपिक में मेडल प्राप्त कर अपने देश का गौरव बढ़ाएं। मऊआइमा विकासखंड के तीली का पूरा अब्दालपुरखास निवासी रामनिवास पटेल की बेटी नाम के परिचय का मोहताज नहीं जो पूरे भारत में ” गोल्डन गर्ल ” के नाम से प्रसिद्ध है वविता पटेल है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना खेलों इंडिया को लगातार कर रही साकार।
बबीता पटेल के कारनामे कुछ इस प्रकार हैं।
1= खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम भुनेश्वर के उड़ीसा में आयोजित हुआ जिसमें बविता ने 3.60मी ऊंची छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीतकर भारत में नया कीर्तिमान स्थापित किया। 2= आंध्र प्रदेश के गुंटूर शहर में आयोजित 35 वें राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बबिता ने रजत पदक प्राप्त किया । 3= गुवाहाटी में आयोजित खेलो इंडिया यूथ नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया। वर्तमान समय में बबिता मऊआइमा के समदरिया बालिका महाविद्यालय में स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा है और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के तात्या टोपे स्टेडियम में एथलेटिक के राष्ट्रीय कोच घनश्याम यादव के निर्देशन में पोल वाट की प्रैक्टिस कर रही है ।