इलाहाबाद हाईकोर्ट के ज्वाइंट रजिस्ट्रार के पुलिसिया उत्पीड़न की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू

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सौरभ सिंह सोमवंशी
प्रयागराज

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी आनंदलाल बनर्जी पर है आरोप

इलाहाबाद हाईकोर्ट के ज्वाइंट रजिस्टार हेम सिंह पुत्र शिवबालक सिंह जो प्रीतम नगर के रहने वाले हैं उनके ऊपर पुलिसिया उत्पीड़न की जांच मजिस्ट्रेट के माध्यम से प्रारंभ हो गई है पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आदेश मोहनलालगंज के लोकसभा सांसद कौशल किशोर के पत्र पर दिया था। हेम सिंह ने बताया कि पूर्व डीजीपी आनंदलाल बनर्जी की सगी बहन विजयलक्ष्मी बनर्जी जो हेम सिंह के समकक्ष पद पर हाईकोर्ट में ही तैनात थी उनके साथ उनका प्रेम विवाह हुआ था। मामला अंतर्जातीय था जिसे पूर्व डीजीपी आनंदलाल बनर्जी व उनका परिवार पसंद नहीं करते थे पूर्व डीजीपी आनंदलाल बनर्जी ने हेम सिंह को परेशान करना शुरू कर दिया हेम सिंह के ऊपर जानलेवा हमला करवाया गया ,जहर देकर उनकी हत्या का प्रयास किया गया, हेम सिंह ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी के साथ आनंद लाल बनर्जी ने बलात्कार करके आत्महत्या के लिए मजबूर किया। इन सबकी शिकायत उन्होंने कई जगह की परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई ।हेम सिंह ने बताया कि थक हार कर भारत के राष्ट्रपति ,राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ,राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री यहां शिकायत करने पर वहां से आदेश किए गए उन्होंने कहा कि कुल 22 की संख्या में संवैधानिक आदेश हुए परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।उन्होंने बताया कि मामले को देखते हुए उच्चतम न्यायालय ने मामले को जनहित याचिका मानकर सुनवाई की जिसमें 24 जनवरी 2020 को तारीख थी जिसके ठीक पहले 20 जनवरी को एक महिला के द्वारा हेम सिंह के ऊपर फर्जी तरीके से बलात्कार का आरोप लगाया गया। हेम सिंह ने इसके पीछे उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और उनके साले आनंद लाल बना जी को बताया हेम सिंह ने बताया कि उनको शादी के 25 साल बाद उनकी पत्नी जो उनसे उम्र में 9 साल बड़ी हैं उनको दहेज के लिए मजबूर करने का आरोप लगाकर फर्जी फंसाया गया और 80 लाख रुपए वसूल लिये गये। हेम सिंह उस मामले के बाद कर्जदार हो गए और उनके मूल वेतन का आधा से कम वेतन भी उनको मिल रहा है बाद में पुलिस ने अपनी जांच में दहेज के मामले को फर्जी पाया था इसके अलावा सिविल लाइंस के क्षेत्राधिकारी ने मामला पूर्व डीजीपी से संबंधित होने के कारण अपने आप को जांच हेतु असक्षम बताया था। हेम सिंह ने कहा कि इस मामले के कारण मैं मानसिक शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशान हो गया हूं। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज के कमिश्नर की निगरानी में मजिस्ट्रेट की जांच के लिए पत्र लिखा था जिसकी जांच अपर जिला अधिकारी नगर जितेंद्र कुशवाहा ने प्रारंभ कर दी है और हेम सिंह को अपना बयान दर्ज कराने के लिए पत्र लिखा है।
आनंद लाल बनर्जी उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी रह चुके हैं,और आईपीएस अमिताभ ठाकुर और आई जी डी.के. पांडा के साथ भी विवादों में रह चुके हैं, हेम सिंह ने बताया कि आनंद लाल बनर्जी की मां ने आनंद लाल बनर्जी के खिलाफ शिकायत की थी और उसी की जांच डी.के. पांडा कर रहे थे इसी कारण आनंद लाल बनर्जी डीके पांडा को नहीं पसंद करते हैं।


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