कोरोना के जिम्मेदार इविवि प्रोफेसर साथियों सहित गिरफ्तार
प्रयागराज : संक्रमण के खतरे को देखते हुए क्वारंटीन किए गए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद व 16 विदेशी जमातियों समेत कुल 30 लोगों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में जबकि, इविवि प्रोफेसर शाहिद जमातियों को चोरी-छिपे शहर में शरण दिलाने और महामारी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में पकड़े गए।
शाहगंज के काटजू रोड पर स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद मुसाफिर खाने में 31 मार्च को इंडोनेशिया के सात नागरिकों समेत नौ लोग छिप कर रहते मिले थे। यह सभी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित बलीगी जमात के जलसे में शामिल हुए थे। इसी तरह करेली के हेरा मस्जिद में थाईलैंड के नौ नागरिकों समेत कुल 11 जमाती मिले थे। शाहगंतज व करेली थाने में मुकदमा दर्ज कर इन सभी को क्वारंटीन कर दिया गया था। उधर, कुछ दिनों बाद पुलिस को सूचना मिली थी कि शिवकुटी के रसूलाबाद में रहने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शाहिद भी दिल्ली में आयोजित तबलीगी जमात के जलसे में शामिल होकर लौटे और चुपचाप शहर में रह रहे हैं। जिसके बाद उन्हें भी परिवार समेत क्वारंटीन करा दिया गया था। विदेशी जमातियों के साथ दिल्ली से लौटे उनके चार सहयोगियों और करेली की हेरा मस्जिद व शाहगंज में अब्दुल्ला मस्जिद मुसाफिरखाना के नौ अन्य लोगों को भी क्वारंटीन किया गया था। पुलिस ने बताया कि सोमवार रात में इविवि प्रोफेसर समेत सभी 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अफसरों का कहना है कि गिरफ्तार किए गए सभी 30 लोगों को मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। एहतियातन इन्हें 14 अतिरिक्त दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया था। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इन्हें कुछ दिनों के लिए अस्थाई जेल में भेजने पर भी विचार किया जा रहा है।