शराब फैक्टरियां चालू करने का फैसला जनहित में:दुष्यंत चौटाला
दिल्ली व हिमाचल को सेनिटाइजर बनाने को सप्लाई किया स्टॉक
चंडीगढ़, 14 अप्रैल (हि.स.)। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री एवं आबकारी व कराधान मंत्री दुष्यंत चौटाला ने विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा शराब फैक्टरियों में शराब उत्पादन शुरू किए जाने को लेकर दिए जा रहे बयानों पर पलटवार करते हुए कहा है कि शराब फैक्टरियों को चालू करना मौजूदा समय की मांग है। इस समय हरियाणा न केवल अल्कोहल की अपनी मांग बल्कि पड़ोसी राज्यों की मांग को भी पूरा कर रहा है।
आबकारी विभाग ने गत दिवस प्रदेश के सभी उप आयुक्तों को निर्देश दिए थे कि वह अपने-अपने अधिकार क्षेत्रों में आने वाली शराब उत्पादन कंपनियों को शराब की बोतलें भरने की मंजूरी प्रदान करें। यह आदेश जारी करने के विपक्ष ने एकजुटता के साथ सरकार को घेर लिया था। लॉकडाउन में अन्य संस्थानों की बजाय शराब उत्पादन कंपनियों को बोतलें भरने की मंजूरी दिए जाने को लेकर सरकार की खासी फजीहत हुई।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री ने आबकारी एवं कराधान मंत्री होने के नाते मंगलवार को इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि शराब उद्योग के उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा सेनिटाइजर बनाने में उपयोग किया जाता है। हमारे पास जो 70 लाख प्रूफ लीटर का स्टॉक था उसमें से हर रोज दो से तीन लाख प्रूफ लीटर सेनिटाइजर बनाने के लिए हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल में गया है। जिसके चलते स्टॉक में कमी आई है।
स्वास्थ्य उद्योग ने भी आबकारी विभाग से आग्रह किया था कि इसकी आपूर्ति के लिए स्टॉक बढ़ाना होगा, इसलिए हरियाणा सरकार ने अपनी डिस्टलरी को चालू करने का फैसला लिया है। कुछ लोग इस फैसले को शराब ठेके खोलने के साथ जोड़ रहे हैं। यह सही नहीं हैं। शराब के ठेके खोलने का मुद्दा अलग है। इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। वर्तमान में शराब के ठेके बंद हैं।
