वैक्सीन पर भ्रम फैला कर लोगों को खतरे में धकेल रहे हैं अखिलेश: सिद्धार्थ नाथ सिंह
वैक्सीनेशन अभियान को कमजोर करने वाले यूपी की जनता के अपराधी है अखिलेश। सियासी ड्रामेबाजी छोड़ कर अखिलेश लोगों से अपने किए के लिए माफी मांगे: सिद्धार्थ नाथ सिंह ।
शानदार कोविड प्रबंधन पर डब्ल्यूएचओ समेत दुनिया भर में हो रही योगी सरकार की सराहना ।
अखिलेश यादव के बयान पर कैबिनेट मंत्री का पलटवार ।
लखनऊ 12 मई । कोरोना और वैक्सीनेशन को लेकर कैबिनेट मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर बुधवार को जम कर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन पर भ्रम फैला कर अभियान को कमजोर करने वाले अखिलेश किस मुंह से वैक्सीनेशन की बात कर रहे हैं। वैक्सीन पर भ्रम फैला कर यूपी के हजारों लोगों को कोरोना के खतरे में धकेलने वाले अखिलेश यादव सरीखे लोग यूपी की जनता के अपराधी हैं। अपने पापों का प्रायश्चित करने के बजाय अखिलेश यादव बेशर्मी के साथ सियासी ड्रामेबाजी कर रहे हैं।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि पहले तो अखिलेश ने वैक्सीन को भाजपा का बताया और इसके बारे में दुष्प्रचार किया। अब ये वैक्सिनेशन के लिए नीति की बात कर रहे हैं। ऐसा दोहरा चरित्र दर्शा कर सपा नेता पहले ही जनता का विश्वास खो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सपा ओछी राजनीति करती है इसका उदाहरण यह है कि ये लोग वैक्सीन मुफ्त लगाने की बात करते हैं। क्या उनको मालूम नही है कि 45 वर्ष से ऊपर का वैक्सीनेशन केंद्र सरकार की तरफ से मुफ्त है और 18 से 44 आयुवर्ग के लिए योगी सरकार मुफ्त लगाने की घोषणा कर चुकी है। यही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई में प्रदेश में वैक्सीन की 1.45 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं और आने वाले समय में वैक्सिनेशन और तेज किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि एसी कमरे में बैठ कर बयानबाज़ी करने वाले अखिलेश और उनकी चाटुकार मंडली को एक बार जनता के बीच जा कर योगी सरकार के कोविड मैनेजमेंट को देखना चाहिए। घर में बैठ कर कोरी बयानबाजी करने वाले अखिलेश से यूपी का विकास देखा नहीं जा रहा है। पांच साल के कार्यकाल में यूपी को स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिहाज से गर्त में धकेलने वाली सपा और उसके नेताओं को संकट की इस घड़ी में भी 2022 का चुनाव ही नजर आ रहा है। आज डब्ल्यूएचओ समेत दुनिया भर में योगी सरकार के कोविड मैनेजमेंट की तारीफ हो रही है। हमने 18 दिन में प्रतिदिन होने वाले कोरोना केस की संख्या आधी से भी कम करने में सफलता पाई है। कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 85 फीसदी के आंकड़े को पार कर गया है, जो किसी भी राज्य से बेहतर है। कमरे में बैठ कोरी बयानबाजी से राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश करने वाले अखिलेश को सीएम योगी से सीख लेनी चाहिए। कोविड पाजिटिव होने के बावजूद सीएम योगी लगातार वर्चुअल बैठकें करते रहे। ठीक होने के साथ ही सीएम योगी प्रदेश के अलग अलग इलाकों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। कोविड मरीजों का हाल चाल ले रहे हैं। योगी सरकार गरीबों के लिए प्रदेश भर में कम्युनिटी किचन चला रही है। गांव गांव कोरोना की रोकथाम और इलाज के लिए लाखों कर्मचारियों और संस्थाओं के सदस्यों के माध्यम से सघन स्वच्छता अभियान चला रही है। घर से बाहर न निकलने वाले अखिलेश के झूठ और उनकी ओछी राजनीति को प्रदेश की जनता बहुत अच्छी तरह से जानती है।
जिन कर्मचारियों की पंचायत चुनाव के दौरान मौत हुई उनके परिवार को नियमानुसार मुआवजा
यूपी सरकार के प्रवक्ता ने सपा मुखिया पर अनर्गल एवं झूठ बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका काम लोगों को बेवजह भड़काना है। सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव में जिन कर्मचारियों की मृत्यु हुई थी, उनके परिवार को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारत सरकार के चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव ड्यूटी के दौरान मृत्यु की दशा में एक निर्धारित राशि दिए जाने का प्रावधान है। सरकार स्वतः ही इसका पालन करेगी।