संसद में दीपक प्रकाश के उठाये सवाल पर कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने दिया जबाब

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डॉ अजय ओझा।

रांची, 6 अगस्त । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम् सांसद दीपक प्रकाश ने राज्यसभा मे रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभाव तथा कृषि से संबंधित योजनाओं मे पिछले तीन वर्षो मे केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गए सहायता पर सवाल पूछा।

कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया वर्ष पी एम किसान सम्मान निधि के तहत चार वर्षों मे झारखंड को मिले 3482.50करोड़ जबकि अन्य कृषि विकास योजनाओं केलिए तीन वर्षों मे 313.82करोड़।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम् सांसद दीपक प्रकाश ने आज राज्यसभा मे रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की उर्वरता पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव पर सवाल पूछे।

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन मे बताया कि रासायनिक उर्वरकों के संतुलित एवम् विवेकपूर्ण उपयोग से कोई हानिकारक प्रभाव नही पड़ता। लेकिन पांच दशकों मे निश्चित स्थानो पर की गई जांच ने संकेत दिये हैं कि रासायनिक उर्वरकों के निरंतर और अधिक उपयोग से मिट्टी के स्वास्थ्य और फसल की उत्पादकता पर प्रभाव पड़ता है।

कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत झारखंड सहित देश भर मे मिट्टी की उर्वरता का मूल्यांकन किया है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद मिट्टी के स्वास्थ्य मे गिरावट को रोकने केलिए, रासायनिक उपयोग को कम करने हेतु पादप पोषक तत्वों के अकार्बनिक और जैविक दोनो श्रोतों के संयुक्त उपयोग माध्यम से मिट्टी आधारित संतुलित और एकीकृत पोषण प्रबंधन की सिफारिश करती है।

इसके लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किया जा रहा है। साथ ही कृषि विज्ञान केंद्रों से किसानो को प्राकृतिक खेती के लाभ का प्रदर्शन भी कराया जा रहा।

विगत तीन वर्षों के दौरान केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं मे कृषि क्षेत्र के विकास केलिए किसानो को प्रदान की जाने वाली रियायतों अथवा प्रोत्साहन केलिए खर्च की गई राशि के बारे मे जानकारी देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पी एम किसान सम्मान निधि की लाभार्थी उन्मुख केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं के साथ कृषि एवम् किसान कल्याण विभाग की केंद्र प्रायोजित योजनाओं केलिए पिछले चार वर्षों मे देश भर मे जारी धन राशि दो लाख दो सौ तीस करोड़ से ज्यादा है जिसमे झारखंड की हिस्सेदारी 3482.50 करोड़ है जबकि कृषि यांत्रिक करण, खाद्य सुरक्षा मिशन, परंपरा गत कृषि बीज, समेकित बागवानी, प्रति बूँद अधिक फसल, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, वर्षा सिंचित क्षेत्र विकास जैसे अनेक योजनाओं केलिए झारखंड को 313.82करोड़ रुपए पिछले तीन वर्षों मे मिले हैं।


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