आयुर्वेद और एलोपैथी विवाद में अनिल विज ने बाबा रामदेव और आईएमए को दी सलाह
डा अजय ओझा।
नई दिल्ली, 29 मई। बाबा रामदेव के बयानों के बाद आयुर्वेद व एलोपैथी पद्धति से इलाज की बहस के बीच हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि ऐसी बहसबाजी से मरीजों में भ्रम फैल सकता है, ये वक्त बहस का नहीं, बल्कि मरीजों की हौसला अफजाई करने व उनको बेहतर इलाज की सुविधा देने का है।
आयुर्वेद व एलोपैथी इलाज में से कौन ठीक यह पूछे जाने पर विज ने कहा कि जहां आयुर्वेद से इलाज हो वहां इससे हो सकता है, जहां एलोपैथी की जरूरत हो वहां उससे हो सकता है। सभी का अपना-अपना महत्व है। इस पर बेवजह बहस किया जाना ठीक नहीं है। इलाज की यह पद्धतियां एक-दूसरे की विरोधी नहीं बल्कि एक-दूसरे की सहयोगी हैं, इसलिए इस पर बहस ठीक नहीं। यह पूछे जाने पर आप तो खुद कोरोना पेशेंट रहे हैं। इस पर विज ने कहा कि वह रेगुलर आयुर्वेदिक दवाएं लेते हैं, और एलोपैथी भी ली हैं। दोनों का अपना-अपना महत्व है। बाबा रामदेव की पतंजलि योगपीठ से मंगाई गई एक लाख कोरोनिल किट का उपयोग कहां होगा। इस पर विज ने कहा कि प्रदेश में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियां है। वहां आयुर्वेदिक डाक्टर बैठते हैं। वहीं जरूरत के अनुसार इन किटों को भेजा जाएगा।