87 वर्ष की इस उम्र मे अदभुत रचनात्मक क्षमता, युवा वर्ग के लिए प्रेरणा का प्रकाश स्तम्भ.. माननीय कुलपति प्रो0 कामेश्वर नाथ सिंह, उ0प्र0 राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय

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मनीष कपूर।

प्रयागराज : रूचीज़ इन्स्टीट्यूट आॅफ क्रियेटिव आर्टस्, प्रयागराज के प्रांगण में, शहर की उच्च वरिष्ठ नागरिक, श्रीमती बाला मीतल जी के कार्यो की प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रो0 कामेश्वर नाथ सिंह, माननीय कुलपति उ0प्र0 राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के करकमलो द्वारा द्वीप प्रज्जवलित करके किया गया।


इस अवसर पर मुख्य अतिथि अपने वक्तव्य में कहा कि 87 वर्ष की इस उम्र मे ऐसी अदभुत रचनात्मक क्षमता वास्तव में आज के युवा वर्ग को, लगन से कार्य करने की प्रेरणा देता है। जिस प्रकार से श्रीमती बाला जी अपनी परिवारिक समस्त जिम्मेदारियो के साथ ही अपने खाली समय का सदुपयोग निटिंग, क्रोशिया तथा हाथ की सुन्दर कढ़ाइयों से, गृह साज-सज्जा की अदभुत कलाकृतियों को दर्शाया है, वह उनकी कार्य करने की क्षमता एवं रचनात्मक ऊर्जा को व्यक्त करता है। आप इस युग में हम सभी के लिए मार्गदर्शिका एवं प्रेरणा का प्रतीक हैं।
प्रारम्भ में डा0 वी0के0 मिश्रा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी प्रयागराज ने मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा प्रदर्शनी की विशेषताओं एवं बारीकियों से उपस्थित अतिथियों को अवगत कराया।
साथ ही विशिष्ठ अतिथि डा0 हरीश चन्द्र जायसवाल ने प्रदर्शनी में लगे कार्यो को देखकर वृद्धावस्था में भी इतनी लगन, निष्ठा एवं बारीकी से तैयार किये गये कलाकृतियों को अत्यन्त मनोहारी एवं दृढ़ कार्य क्षमता का परिचायक बताया।
इसके साथ ही श्रीमती बाला जी के पुत्र डा0 आशीष मीतल ने बताया कि आपने 1951 में अर्थशास्त्र विषय में परास्नातक पूर्ण किया एवं अपने विवाहोपरान्त महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए कई जिलों में वेलफेयर सेन्टर स्थापित की। साथ ही अपनी परिवारिक जिम्मेदारियों के दौरान आपने अपनी दोनों बेटियों श्रीमती रितु सांगल तथा डा0 रूचि मीतल को सम्पूर्ण शिक्षा एवं तकनीकि रूप से प्रशिक्षित करने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन की।
प्रदर्शनी में प्रदर्शित समस्त कलाकृतियाँ आपने 70 वर्ष की उम्र के पश्चात् अन्य जिम्मेदारियों से मुक्त होने पर पूर्ण सकाग्रता व लगन से स्वयं निर्मित की जोकि वृद्धावस्था में अपना समय बचाने का एक अदभुत उदाहरण है।
अन्त में संस्थान के निदेशक श्री समीर सांगल ने उपस्थित समस्त अतिर्थियों, विशिष्ठजनों का तहे दिल से धन्यवाद ज्ञापन किये तथा डा0 रूचि मीतल माँ की कलाकृतियों को प्रदर्शनी के रूप में प्रदर्शित करके अत्यन्त भाव-विभोर हुई तथा उनके द्वारा किये गये कार्यो के बारे में लोगों को विस्तार से अवगत करायी।
इस अवसर पर डा0 माधवी मीतल, श्रीमती पूर्णिमा सिंह, कर्नल नाथ, स्वाति चैधरी, संजय काला, मनीष कपूर, डा0 दीपाली ललोरिया, डा0 अंजू गुप्ता, समृत सांगल, अमोद, स्मृति, अवनि, श्री देवेन्द्र पाण्डेय, सुनील, प्रज्ञा, लिलेश, सरिता, निकिता, राधेश्याम, प्रदीप सिंह, नीरज, रामसजीवन, संस्थान के छात्र-छात्रायें, मीडिया के छायाकार व सम्पादकगण एवं अन्य विशिष्ठ गणमान्य लोग उपस्थित रहें।


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