35वीं अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन में राहुल कुमार पाल एवं श्यामली सिंह ने मारी बाजी

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प्रयागराज, 19 नवम्बर (हि.स)। 35वीं अखिल भारतीय इन्दिरा मैराथन मंगलवार की सुबह हुई। पुरुष वर्ग की 42.195 किलोमीटर की दौड़ में अमेठी के राहुल कुमार पाल और महिला वर्ग में पश्चिम बंगाल की श्यामली सिंह ने प्रथम स्थान पर बाजी मारी। दूसरे स्थान पर पुरुष वर्ग में गाजीपुर के हरेन्द्र चौहान एवं महिला वर्ग में प्रयागराज की नीता पटेल पहुंची। इसी तरह तीसरे स्थान पर सेना के हेतराम एवं महिला वर्ग में हरियाणा की अनीता ने दौड़ पूरी की। पहले स्थान पर पहुंचने वाले धावक राहुल कुमार पाल सेना में पुणे बाम्बे इंजीनियर ग्रुप में सूबेदार नायक के पद पर कार्यरत हैं। वह पहली बार 2004 में यहां इंदिरा मैराथन में आए थे। वर्ष 2017 में चौथे स्थान पर दौड़े थे। उसके बाद से लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन में भी दौड़ पूरी की थी। वह कोच दया भाई दत्ता की देखरेख में गत छह माह से तैयारी में लगे हुए थे जिससे उन्होंने आज प्रथम स्थान पर कामयाबी पाई। पुरुष वर्ग में दूसरे स्थान पर पहुंचने वाले धावक हरेन्द्र चौहान तीन भाईयों में दूसरे नम्बर के हैं। उनके पिता किसान है। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। 

उन्होंने वर्ष 2018 में भी इंदिरा मैराथन में भाग लिया था। वह कोच चन्द्रभान यादव की देखरेख में प्रतिदिन ढाई घंटे का अभ्यास करते थे लेकिन इस बार पैर में छाले पड़ने से वह पीछे रह गए जबकि उनका लक्ष्य प्रथम स्थान पर रहना था। तीसरे स्थान पर आने वाले धावक हेतराम डोंगरा स्काउट में नायक के पद पर नौकरी करते हैं। वर्ष 2017 में उनकी दसवीं पोजीशन थी। हेतराम में बताया कि मेरा लक्ष्य था प्रथम स्थान पाना लेकिन लीवर में दर्द होने की वजह से वह पीछे छूट गए। महिला वर्ग में प्रथम स्थान पर पहुंचने वाली धाविका श्यामली सिंह रानी का खेत पश्चिम बंगाल की हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उन्होंने इंदिरा मैराथन को अपना लक्ष्य बनाया और वर्ष 2013 से वह इस प्रतियोगिता में दौड़ने लगी। 2016 में भी वह तीसरे स्थान पर रहीं और 2018 में दूसरे स्थान पर रहीं और अन्त में उन्हें इस वर्ष पहले स्थान पर पहुंचने में कामयाबी मिली। दूसरे स्थान पर पहुंचने वाली महिला धाविका नीता पटेल स्नातक की परीक्षा पास कर चुकी हैं। वह चार बहनों एवं एक भाई में सबसे छोटी हैं। भाई राकेश सिंह सेना में नौकरी करते हैं। वह ही इनकी तैयारी में सहयोग करते हैं। इससे पूर्व उन्होंने वर्ष 2018 में 2017 भी भाग लिया था। तीसरे स्थान पर पहुंचने वाली महिला धाविका अनीता रानी ने इंदिरा मैराथन में पहली बार भाग लिया। वह कोच सतनाम सिंह से प्रशिक्षण लेती हैं। 

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/सुप्रभा/सुनीत 


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