लोकतंत्र सम्मान दिवस पर भी दिशा तय नहीं कर पाई कांग्रेस

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देवदत्त दुबे

20 मार्च को कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाया 2 वर्ष पूर्व कांग्रेस की सरकार इसी दिन गिर गई थी तब से कांग्रेश भाजपा और सिंधिया पर सरकार गिरने का ठीकरा फोड़ते आई है लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता के ट्वीट कुछ अलग ही राग अलाप रहे हैं और इसी दिन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव पत्रकारों के साथ होली उत्सव मना रहे हैं ऐसे में यक्ष प्रश्न यह उठता है कि कांग्रेस कब बदलेगी और कब अपनी दिशा तय कर पाएगी
दरअसल 20 मार्च 20 20 को कांग्रेस सरकार गिर गई थी और तब से कांग्रेश भाजपा पर सरकार गिराने का आरोप लगा दिया रही है कि भाजपा ने धन बल और खरीद-फरोख्त की राजनीति करते हुए जनता की चुनी हुई सरकार को गिरा दिया कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा था और यह जनादेश लोकतंत्र एवं संविधान का अपमान है इसी कारण इस दिन को कांग्रेश लोकतंत्र सम्मान दिवस के रूप में बना रही है जिसमें जिला स्तर स्तर पर तिरंगा यात्रा निकाली गई संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया उसकी कॉपी वितरण की गई और महात्मा गांधी एवं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और इसके साथ ही कांग्रेस कार्यालयों में कमलनाथ के वीडियो संदेश का प्रदर्शन एवं प्रसारण किया गया एक तरफ जहां कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता पूरे प्रदेश में यह आयोजन कर रहे थे वहीं दूसरी ओर पार्टी प्रवक्ता सैयद जाफर ने ट्वीट किया जिसमें कुछ विधायकों के नाम लिखें और यह भी कहा कि यदि सिंधिया बगावत नहीं भी करते तब भी पार्टी के 11 विधायक 5 मार्च को ही पार्टी से दूरी बना चुके थे पार्टी में नेताओं के बीच दूरियों का कारण उन्होंने दिग्विजय सिंह का राज्यसभा के लिए नाम तय हो जाना भी बताया जिसके कारण सिंधिया नाराज हो गए थे
यही नहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव
ने अपने भाई विधायक सचिन यादव के निवास पर रविवार को ही पत्रकारों को भेज दिया एवं होली उत्सव मनाया इस पर भाजपा मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट किया है कि यादव बंधु कमलनाथ के इस्तीफे की दूसरी बरसी पर जश्न मना रहे उत्सवी भोज दे रहे हैं भाजपा प्रवक्ता इसे कांग्रेस की अंत कलह बता रहे हैं यहां बताते चलें 20 मार्च को अरुण यादव ने निवास पर पत्रकारों कांग्रेसी नेताओं और मित्रों के लिए विशेष भोज का आयोजन किया था वही अरुण यादव ने कांग्रेस प्रवक्ता के आरोपों को बेबुनियाद बताया है उन्होंने कहा की होली उत्सव का कार्यक्रम बहुत पहले हो गया था और लोकतंत्र सम्मान दिवस के संबंध में सुबह ही ट्वीट कर दिया था जिसमें किस तरह से चुनी हुई कांग्रेस की सरकार को गिराया गया था उसका उल्लेख था
कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी जब लोकतंत्र सम्मान दिवस बना रही थी तब पार्टी अपनी ही दिशा तय नहीं कर पाई पार्टी प्रवक्ता सरकार के गिरने के कारणों को अब तक जो पार्टी बताते आई है उसके उलट बता रहे हैं और जिस सामूहिकता एवं एकता के साथ पार्टी को लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाना था वह भी नहीं कर पाए पार्टी को चिंतन और चिंता दोनों करना चाहिए जिससे लोकतंत्र के साथ-साथ पार्टी का भी सम्मान बचा रहे


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