यूपी के गांव-गांव स्वच्छता का महाअभियान दिला रहा कोरोना पर जीत

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  • 63148 निगरानी समितियों के 04 लाख से अधिक सदस्य जन-जन तक पहुंचा रहे स्वच्छता का संदेश।
  • नगरीय निकायों में 1942 बड़े नालों, 6073 मझोले नाले और 14518 छोटे नालों को कराया गया साफ।
  • 58189 ग्राम पंचायतों और 97499 राजस्व ग्रामों में चल रहा विशेष स्वच्छता अभियान, 57370 सफाईकर्मी जुटे सफाई कार्य में ।
  • प्रदेश के 16639 राजस्व में गांवों में सेनेटाइजेशन और 4675 में कराई गई फॉगिंग ।

लखनऊ, 12 जुलाई । यूपी के गांव-गांव में ‘विशेष स्वच्छता अभियान’ कोरोना के सफाए में काफी कारगर साबित हुआ है। मुख्य मार्गों से लेकर गली-कूचों तक सफाई हुई है। बरसात के मौसम को देखते हुए नाले और नालियों को गंदगी से मुक्त किया गया है। जनता को स्वच्छ पेजयल मुहैया कराया जा रहा है। प्रदेश के 5716 स्थलों को कूड़ा मुक्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं समस्त नगर निगमों, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में 12016 निगरानी समितियां के कुल 64189 सदस्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिये लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

स्वच्छ भारत से स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार करने में जुटी योगी सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर पर अन्य प्रदेशों से पहले जीत हासिल की है। अब तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए बीमारी पर शिकंजा कसने की तैयारी तेजी से की है। इसके लिये गांव-गांव और शहरों में विशेष सफाई अभियान शुरू किये हैं। ग्राम पंचायतों में सफाई पर विशेष जोर दिया है। इसके लिये प्रदेश के कुल 58189 ग्राम पंचायतों और 97499 राजस्व ग्रामों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं। 57370 सफाईकर्मी इस कार्य में जुटे हैं। यूपी में एक दिन में 31711 राजस्व ग्रामों में सफाई कराई जा रही है। 16639 गांवों में सैनेटाइजेशन और 4675 राजस्व ग्रामों में फॉगिंग हो रही है।

प्रदेश के 1942 बड़े और 6073 मझोले नाले साफ कराए

प्रदेश के सभी नगर निगमों, नगर पालिका परिषद और नगर पंचयतों में कुल 12016 निगरानी समितियों के 64189 सदस्य स्वच्छता अभियानों में जुटे हैं। उनकी देखरेख में नगरीय निकायों में कुल 1942 बड़े नालों, 6073 मझोले नाले और 14518 छोटे नालों की सफाई कराई गई है।

कोरोना से जीत में निगरानी समितियों का बड़ा योगदान

प्रदेश में 63148 निगरानी समितियों के 04 लाख से अधिक सदस्य 1709 कन्टेन्मेंट जोन में साफ सफाई करवा रहे हैं। बाहर से आने वाले व्यक्तियों का चिन्हीकरण करने के साथ उनमें कोविड संक्रमण के लक्षणों की पहचान कर रहे हैं। बीमारी से बचाव के लिये गांव-गांव गठित निगरानी समितियों के सदस्य प्रत्येक व्यक्ति के पास पहुंचकर उनको मौसमी व मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिये स्वच्छता और सामाजिक दूरी के महत्व बता रहे हैं। हाथों को साबुन से धोना और मास्क पहनने की आदत लोगों में डालने के लिये जागरूक कर रहे हैं। बड़े स्तर पर ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता अभियान चलाने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना है। योगी सरकार की ओर से गांव-गांव तक बिछाए गये निगरानी समितियों के जाल से काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इतनी तेज रफ्तार से बीमारी की रोकथाम करने में लिये योगी सरकार के शानदार कोविड प्रबंधन को पूरी दुनिया में प्रशंसा मिली है। डब्ल्यूएचओ भी सरकार के प्रयासों की तारीफ कर चुका है। यही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर बीमारी पर तेज गति से नियंत्रण करने के लिये यूपी सरकार की सराहना की है।

66190 सफाई श्रमिकों को लगाई दूसरी डोज

प्रदेश में बीमारियों से बचाव के लिये स्वच्छता अभियान में जुटे 86770 फ्रंट लाइन वर्कर्स व अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण की पहली डोज लग चुकी है। जबकि 66190 सफाई श्रमिकों को दूसरी डोज दी गई है। 26399 अन्य निकाय कार्मिकों को प्रथम डोज व 20991 कार्मिकों को दूसरी डोज का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी स्थानीय निकायों में सफाई कर्मचारियों एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिये ग्लब्स, मास्क और सेनेटाईजर भी दिये जा रहे हैं।


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