अमेरिका में बढ़ा हिंदी के प्रति रुझान, भारतीय दूतावास में 16 जनवरी से निशुल्क कक्षाएं

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वॉशिंगटन डीसी, 14 जनवरी (हि.स.)। भारतीय दूतावास में 16 जनवरी से हिन्दी की निशुल्क कक्षाएं संचालित की जाएंगीं। पिछले दो वर्ष से यहां स्थित भारतीय दूतावास द्वारा विभिन्न देश के नागरिकों को हिन्दी सिखाने के लिए न केवल भारतीय दूतावास में निःशुल्क हिन्दी कक्षाएँ संचालित की गईं बल्कि अमेरिका के जाने माने उच्च शिक्षा केन्द्रों में भी हिन्दी शिक्षण का कार्य किया गया। दूतावास ने जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी एवं जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में हिन्दी पढ़ाने के लिए डॉ. मोक्षराज को नियुक्त किया। प्रमुख तीन स्थलों पर संचालित इन कक्षाओं में विभिन्न 12 देशों के लोग भाग ले चुके हैं।  कुछ वर्षों से भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा में अत्यधिक वृद्धि हुई है। भारत के बारे में सही जानकारियां पाने के लिए लोग हिंदी सीखना चाहते हैं। भारत की कला-संस्कृति, वास्तु-शिल्प, परिवार व्यवस्था, दांपत्य जीवन, हिंदी फ़िल्म, योग-ध्यान, पाक-कला, राजनीति एवं व्यवसाय के विषय में ज्ञानवृद्धि के लिए करोड़ों लोगों में हिंदी के प्रति रुचि बढ़ी है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संयुक्त राष्ट्र में एकाधिक बार ऐतिहासिक भाषण होना एवं हाउडी मोदी जैसे सफल कार्यक्रमों के विशाल जनसमूह में दिए गए व्याख्यान भी प्रवासी भारतीयों व अन्य देश वालों को हिन्दी की ओर आकर्षित करते हैं। अमेरिका में हिन्दी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिका, रूस, जापान, सऊदी अरब, ब्राज़ील एवं विभिन्न यूरोपीय देशों में हिंदी को संवाद का माध्यम बनाना मील का पत्थर सिद्ध हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने हिन्दी को आधिकारिक रूप से अपना लिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय का आधिकारिक ट्विटर हैंडल हिन्दी में है। अमेरिकन आर्मी में हिन्दी सीखने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है तथा पुस्तकालयों, विभिन्न विद्यालयों एवं शासन-प्रशासन में भी अनेक गैर-भारतीय हिन्दी भाषी लोग मिल जाते हैं। यहां हिन्दी फिल्मों के गीत गुनगुनाने वाले हजारों विदेशी हैं। भारतीय मूल के अनेक संगठन भी कवि सम्मेलनों व विभिन्न प्रकार की हिंदी प्रतियोगिताओं के माध्यम से हिन्दी प्रचार में प्रयत्नशील हैं। विभिन्न धर्मस्थलों में भी हिंदी, संस्कृत सिखाई जाने लगी है एवं गीता के श्लोक भी पढ़ाए जाते हैं। योग सीखने वालों में भी हिन्दी-संस्कृत के प्रति रुचि बढ़ी है।  मन्त्र व श्लोकों के मूलभाव को समझने के लिए भी लोग हिन्दी सीखना चाहते हैं। भारत के प्राचीनतम एवं गौरवमयी इतिहास के साथ साथ भारत की संस्कृति की प्रामाणिक जानकारी के लिए भी हिन्दी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है।वॉशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास में भारत की ओर से नियुक्त पहले सांस्कृतिक राजनयिक डॉ. मोक्षराज को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने भारतीय संस्कृति शिक्षक के रूप में नियुक्त किया है। वे वॉशिंगटन डीसी, वर्जीनियाँ, मैरीलेंड, वेस्ट वर्जीनियाँ, केंटकी आदि अनेक अमेरिकी राज्यों में हिन्दी, भारतीय संस्कृति, योग एवं संस्कृत की शिक्षा देते हैं। वे भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2018 एवं 2019 के योग कार्यक्रम का नेतृत्व भी कर चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार


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