प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को किया बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास, इससे बुंदेलखंड निवासियो के लिए विकास के द्वार खुल जायेंगे
लखनऊ, 28 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को चित्रकूट के भरतकूप में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया। करीब 296 किमी. लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बुंदेलखंड के विकास में अहम योगदान होगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया और इटावा जनपद लाभान्वित होंगे। यही नहीं, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से डिफेंस कॉरिडोर में निवेश करने वाली कंपनियों को भी बड़ा लाभ होगा।
डिफेंस इंडस्ट्रियल कारीडोर के बाद बुंदेलखंड के लिए यह बड़ी परियोजना है। योगी सरकार लगातार बुंदेलखंड के विकास पर कार्य कर रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उसी विकास क्रम का हिस्सा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 4 लेन चौड़ा (6 लेन में विस्तारीकरण) होगा। इसमें 4 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर तथा 214 अंडरपास का निर्माण किया जाएगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट के भरतकूप के पास से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, महोबा और औरैया होते हुए इटावा के कुदरैल गांव के पास यमुना एक्सप्रेसवे से मिल जाएगा। इससे बुंदेलखंड से देश की राजधानी दिल्ली तक आने-जाने में समय और संसाधनों की बचत होगी।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सरकार 14849.09 करोड़ रुपए खर्च करेगी। यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड क्षेत्र को सड़क मार्ग के जरिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए 95.46 प्रतिशत भूमि का क्रय व अधिग्रहण किया जा चुका है। इसका निर्माण कार्य के शुरू होने से लगभग 60 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।