नवाचार पर ध्यान दें शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

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*ऐसे नवाचार जो समाज के लिए अधिकतम उपयोगी हों*
*टापू की तरह से खुद को अलग रखकर समाज पर बोझ न बनें शिक्षण संस्थान* 
*काशी के रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को सभी जिलों में लागू करेंगे*
*विकसित करें हर आदमी तक पहुंच वाली सरल और सस्ती तकनीक*
*20 फरवरी, गोरखपुर।* मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान इनोवेशन (नवाचार) पर ध्यान दें। ऐसे नवाचार जो समाज के लिए अधिकतम उपयोगी हो। टापू की तरह से खुद को अलग रखकर व्यवस्था, समाज और शासन पर बोझ न बनें। बल्कि अपने इनोवेटिव आइडिया के माध्यम से समाज के सामने एक ऐसी तस्वीर प्रस्तुत करें, जिससे संस्थान, समाज और शासन मिलकर एक साझी रणनीति बनाकर आगे बढ़ सकें। तब हम उन लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे, जो इस देश का नेतृत्व और एक सामान्य मानविकी चाहता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में नवनिर्मित स्टेडियम का नामकरण, चार नव निर्मित भवनों का लोकार्पण और तीन भवनों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मदन मोहन मालवीय जैसे मनीषी के नाम पर इस विश्वविद्यालय का नाम, स्वाभाविक रूप से इस संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों और यहां पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए एक प्रेरणा का केंद्र है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 1857 की क्रांति के महानायक शहीद बंधु सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय के नवनिर्मित स्टेडियम का नाम रखना प्रसन्नता की बात है। उन्होंने कहा कि शहीद बंधु सिंह एक बड़े क्रांतिकारी का नाम है। हो सकता है कि इतिहास ने हमारे साथ छल किया हो। हमारे वास्तविक नायकों से हमें दूर रखने का प्रयास किया हो। लेकिन यह समाज, लोक परम्परा और लोक कथाएं कभी भी ऐसे महानायकों से हमें वंचित नहीं करती हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जैसे हमारे आदर्श होंगे, वैसे ही हमारे लक्ष्य भी होंगे और जैसा हमारा लक्ष्य होगा, उसी के अनुरूप हम अपना प्रयास भी कर पाएंगे। इस विश्वविद्यालय ने महामना मदन मोहन मालवीय और शहीद बंधु सिंह जैसे क्रांतिकारियों को अपना प्रेरणा स्रोत बनाकर यहां के छात्राओं के समक्ष एक बेहतर आदर्श प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज के समय में सबसे बड़ा चैलेंज सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट है। जिस पर बेहतर कार्य किए जाने की जरूरत है। ऐसी तकनीक विकसित करें जो हर आदमी तक पहुंच वाली, सरल और सस्ती हो। उन्होंने कहा कि काशी में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का एक बेहतर मॉडल पेश किया गया है, जिसको हम सभी जिलों में लागू करेंगे।
*तकनीक के कारण संभव हो पाया सुरक्षित कुम्भ*
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि तकनीक बहुत आगे बढ़ चुकी है। कुम्भ के दौरान हमारे सामने कई चुनौतियां थीं। प्रयागराज में हम लोगों ने एक कमांड और कंट्रोल सेंटर स्थापित किया। दिखने के लिए वह ट्रैफिक और टोल मैनेजमेंट की व्यवस्था थी, लेकिन इसके जरिए हम अपराधियों और संदिग्धों पर भी नजर बनाए हुए थे। इससे बिना किसी दुर्घटना के सुरक्षित कुम्भ संपन्न हो पाया। 
*गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आगे आए विश्वविद्यालय*
मुख्यमंत्री योगी ने कहा गोरखपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए पं. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को नॉलेज पार्टनर के रूप में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि तकनीक का प्रयोग करके पूरे शहर को स्मार्ट एंड सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जा सकता है। इससे विश्वविद्यालय का समाज के साथ एक बेहतर तारतम्य स्थापित होगा।

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