कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला है पाकिस्तान सभी मामले द्विपक्षीय आधार पर सुलझाए:ट्रम्प -ट्रेड डील में दोनों ओर से अड़चनें आ सकती हैं

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वाशिंगटन,23 फरवरी (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प  की नज़र में कश्मीर भारत का एक अंदरूनी मामला है। इसके लिए भारत और पाकिस्तान, दोनों को  द्विपक्षीय आधार पर अपने विवादास्पद मसलों पर चर्चा करनी चाहिए। लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को अपनी धरती पर आतंकवाद पर नकेल कसने और आतंकवादी  पर नियंत्रण लगाना होगा। पाकिस्तान से द्विपक्षीय बातचीत के लिए भारत लंबे अरसे दोहराता आया है और साथ ही इस बात पर भी ज़ोर देता रहा है कि उसे बातचीत से पूर्व सीमापार आतंकवाद पर अंकुश लगाना होगा। ट्रम्प की इस भारत यात्रा से किसे क्या मिलेगा, इस पर दुनिया भर की निगाहें लगी हुई हैं। 
ट्रेड डील :  चीन में कोराना वायरस की मार और कारोबारी जंग के चलते ट्रम्प प्रशासन को व्यापारिक संबंधों और समझौते की दरकार है। ऐसे में राष्ट्रपति ट्रम्प के सम्मुख  ‘अमेरिका फ़र्स्ट’  और ‘अमेरिका ग्रेट अगेन’ के चलते संरक्षणवाद की नीति आड़े आ सकती हैं। ऐसे में  मोदी के लिए भी ‘मेक इन इंडिया’ की नीति भी बाधक हो सकती है। यह बात ट्रम्प प्रशासन को भली भांति मालूम है। यहां ‘जनरलाइज्ड सिस्टम आफ प्रिफ़्रेंसेस’ के तहत भारत को निर्यात उत्पादों में निशुल्क सीमा शुल्क की सुविधाएं मिल पाएंगी, मुश्किल प्रतीत होता है। इसके बावजूद ट्रम्प के साथ आ रहे उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल पर निगाहें दौड़ाएं तो कुछेक व्यापार समझौतों, जैसे डिजिटल, संचार  और फ़ार्मा आदि पर समझौतों  की  आशाएं लगाई जा सकती हैं। इस प्रतिनिधि मंडल में  वाणिज्य मंत्री विलबर रास भी आ रहे हैं, जिनकी कोशिश होगी कि ‘कुछ’ बात बन जाए। हालांकि ट्रम्प प्रशासन की इच्छा है कि रिपब्लिकन बहुल डेयरी उध्योग और पोल्ट्री पर कुछ बात बन जाए, जिस पर भारतीय वाणिज्य मंतालय पहले से ही आपत्तियां दर्ज कर चुका है। ट्रम्प प्रशासन इस बात को ले कर भी सतर्क है कि साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव हैं और डेमोक्रेट ट्रेड डील के बारे में सवाल उठा सकते हैं। ट्रम्प कह चुके हैं कि इस यात्रा में बड़ी ट्रेड डील नहीं भी हो पाती है तो चुनाव तक कभी हो सकती है। 
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सपत्निक मेलेनिया सहित सोमवार दोपहर मात्र 36 घंटों के लिए भारत दौरे पर पहुंच  रहे है। उनके साथ ट्रम्प की बड़ी बेटी इवानका और दामाद जेराड क़ुशनर सहित बारह सदस्यीय उचस्तरीय प्रतिनिधि मंडल भी भारत आ रहा है। इस प्रतिनिधि मंडल में ट्रम्प प्रशासन में दो मंत्री विलबर रास और     
डान बरोईल्लीटी, व्हाइट हाउस में चीफ़ आफ स्टाफ़ मिंक मूलवेनि और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ओ ब्रायन भारत पहुंच रहे हैं। एयर फ़ोर्स वन में सवार ट्रम्प का क़ाफ़िला 24 फ़रवरी को सीधे दोपहर के क़रीब अहमदाबाद पहुंच रहा हैं। वहां से वह अपनी सीक्रेट सर्विस और भारतीय सुरक्षा बंदोबस्त के  बीच अपनी ‘बीस्ट’ गाड़ी से मोटेरा स्टेडियम पहुंचेंगे। ट्रम्प दुनिया में सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे और सार्वजनिक तौर पर जनता को संबोधित करेंगे। 
ट्रम्प की भारत यात्रा से पूर्व व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमेरिका और भारत के बीच सामरिक संधि दोनों देशों की लोकतांत्रिक परंपराओं और सर्वमान्य हितों पर आधारित है, जो चिरस्थाई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इन  अटूट रिश्तों के पीछे बेशक ट्रम्प और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के  बीच  अनूठी कैमिस्ट्री का होना है।  इस अधिकारी ने यह भी कहा है कि मुमकिन है ट्रम्प भारत में नागरिकता संशोधन एक्ट पर उठाए जा रहे सवालों को ले कर मोदी से सर्व धर्म समभाव पर ज़ोर डालें। धार्मिक स्वतंत्रता संबंधी  आशय के दबाव डेमोक्रेट के साथ साथ कुछेक रिपब्लिकन सिनेटरों ने उठाए हैं और अपेक्षा जताई है कि ट्रम्प वैयक्तिक अथवा सार्वजनिक रूप से उठाएं। मोदी नागरिकता संशोधन एक्ट के बारे में स्पष्ट कर चुके हैं कि यह एक्ट किसी भारतीय चाहे वह किसी भी धर्म से सम्बद्ध हो, नागरिकता ले नहीं रहे हैं। 
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक बारह सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल भारत आ रहा है, जिसमें राष्ट्रपति की बेटी इवानका और उनके दामाद जेराड क़ुशनर सहित ट्रम्प के दो मंत्री वाणिज्य  मंत्री विलबर रास, डान  

हिन्दुस्थान समाचार/ललित बंसल


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